कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
मेरठ। मेरठ के शिवपुरम इलाके में एक कथित मेडिकल कैंप के माध्यम से धर्मांतरण कराने की कोशिश का सनसनीखेज मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि मेडिकल कैंप के नाम पर लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा था।
घटना का पूरा विवरण
यह मामला थाना परतापुर क्षेत्र का है, जहां एक मकान में निशुल्क मेडिकल कैंप आयोजित किया गया था। 50 से अधिक लोग इलाज की उम्मीद में इस कैंप में पहुंचे थे। वहां उन्हें यह भरोसा दिया गया कि उनकी सेहत संबंधी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। लेकिन कैंप में इलाज की बजाय उन्हें प्रार्थना सभा में शामिल किया गया और बाइबल पढ़ने के लिए कहा गया।
जैसे ही इस गतिविधि की जानकारी स्थानीय हिंदू संगठनों को मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि मेडिकल कैंप के नाम पर प्रार्थना सभा चल रही थी, जहां लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। हिंदू संगठनों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर छापा मारा और वहां से ईसाई धर्म से संबंधित कई किताबें बरामद कीं। पुलिस ने विनीत नाम के व्यक्ति को इस गतिविधि का मास्टरमाइंड बताया है। जांच में पता चला कि विनीत करीब 10 साल पहले ईसाई धर्म अपना चुका है और पिछले 5 सालों से इस इलाके में प्रार्थना सभा आयोजित कर धर्मांतरण का अभियान चला रहा था।
फिलहाल पुलिस ने विनीत सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। यह भी जांच की जा रही है कि इस रैकेट को फंडिंग कहां से मिल रही थी।
पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
मेरठ में यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले कंकरखेड़ा रेलवे रोड और ब्रह्मपुरी इलाके में भी इसी प्रकार के धर्मांतरण के प्रयास सामने आ चुके हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हाल के दिनों में ऐसी घटनाएं बढ़ी हैं, जिससे स्थानीय लोग और संगठनों में रोष है।
पुलिस का सख्त रुख
पुलिस ने कहा है कि ऐसे मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है और धर्मांतरण करने वाले गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन का कहना है कि कानून का दुरुपयोग कर किसी भी धर्मांतरण की कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इस घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए गश्त कर रही है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।