अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के भटनी थाना क्षेत्र में 26 नवंबर को हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। एक मासूम बच्ची का खून से लथपथ शव मिलने से जहां स्थानीय लोगों में भय और आक्रोश फैल गया, वहीं इस घटना ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है।
घटना का विवरण
घटना के अनुसार, मासूम बच्ची का शव 26 नवंबर को संदिग्ध परिस्थितियों में खून से सना हुआ पाया गया। यह खबर आग की तरह फैली और इलाके में शोक व गुस्से का माहौल बन गया। हत्या के पीछे के कारणों और आरोपियों का अब तक कोई पता नहीं चल सका है।
पुलिस की सुस्ती पर सवाल
घटना के बाद से पुलिस प्रशासन सवालों के घेरे में है। अब तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे स्थानीय लोगों में असंतोष और नाराजगी बढ़ रही है। पुलिस की निष्क्रियता को लेकर लोग लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और जल्द से जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं।
राजनीतिक दलों का विरोध और मांग
घटना के विरोध में समाजवादी पार्टी ने 30 नवंबर को देवरिया के सुभाष चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मासूम को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कैंडल मार्च निकाला और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव रामप्रवेश यादव ने कहा, “यह जघन्य अपराध सभ्य समाज पर धब्बा है। आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। ऐसे अपराधियों को फांसी पर लटकाना ही न्याय होगा।”
विपक्ष और जनता का गुस्सा
घटना को लेकर विपक्षी दलों ने राज्य सरकार पर तीखा हमला किया है। उनका कहना है कि कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। उन्होंने राज्य सरकार से इस मामले की गहन जांच और दोषियों को कठोर सजा देने की मांग की है।
वहीं, स्थानीय लोगों में भी गहरा आक्रोश है। लोग पुलिस की सुस्ती को लेकर सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। स्थानीय निवासी इस घटना को प्रशासन की विफलता करार देते हुए जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जांच और न्याय की उम्मीद
इस जघन्य अपराध ने पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक ओर लोग मासूम की हत्या पर शोक व्यक्त कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर न्याय की उम्मीद में पुलिस प्रशासन से त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं।
मासूम की हत्या ने समाज में सुरक्षा और न्याय की बड़ी चिंताएं खड़ी कर दी हैं। यह घटना केवल एक अपराध नहीं, बल्कि सामाजिक और प्रशासनिक तंत्र पर एक गंभीर सवाल है।