सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के चौरीचौरा क्षेत्र के तिलौली गांव में मंगलवार की रात एक तिलक समारोह में हंगामे की स्थिति उत्पन्न हो गई। देवरिया जिले से आए एक परिवार ने यहां अपनी बेटी का तिलक चढ़ाने के लिए यात्रा की थी। लड़के के घर पर तिलक की तैयारी चल रही थी, जहां अयोध्या यादव के बेटे का तिलक समारोह आयोजित किया जा रहा था।
घटना की शुरुआत
लड़की वालों की ओर से कुछ महिलाएं और लड़कियां भी इस तिलक समारोह में शामिल होने आई थीं। लेकिन कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही गांव के एक मनबढ़ युवक ने देवरिया से आई लड़कियों के साथ बदसलूकी कर दी। इस घटना के बाद लड़की पक्ष के लोग काफी आक्रोशित हो गए और उन्होंने बिना तिलक चढ़ाए ही वहां से लौटने का फैसला कर लिया।
तनावपूर्ण स्थिति
लड़की पक्ष के जाने की बात सुनकर लड़के वालों में भी हलचल मच गई। दोनों पक्षों के बीच स्थिति को शांत करने के लिए बातचीत शुरू की गई, लेकिन मामला गंभीर होता देख किसी ने गांव के ही निवासी और आईटीबीपी (इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस) के डीआईजी अंगद प्रसाद यादव को फोन पर घटना की जानकारी दी।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
डीआईजी यादव ने तुरंत चौरीचौरा थाने के प्रभारी संजय कुमार मिश्रा को घटना के बारे में सूचित किया। सूचना मिलते ही थानेदार ने तुरंत पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। पुलिस ने लड़की पक्ष को समझाया और आश्वासन दिया कि आरोपी युवक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समस्या का समाधान
पुलिस के हस्तक्षेप और समझाने के बाद लड़की पक्ष तिलक चढ़ाने के लिए राजी हो गया। करीब एक घंटे के तनाव के बाद आखिरकार तिलक समारोह शांति से संपन्न हो गया।
गांव में असामाजिक तत्वों का आतंक
घटना के बाद गांव के कुछ निवासियों ने पुलिस को जानकारी दी कि गांव में कुछ मनबढ़ और शराबी युवकों का एक गैंग सक्रिय है, जो अक्सर ऐसे समारोहों में आकर विवाद खड़ा कर देते हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि पुलिस इस गैंग की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
आरोपी की तलाश जारी
फिलहाल पुलिस घटना में शामिल आरोपी युवक की तलाश कर रही है। थानेदार संजय कुमार मिश्रा ने आश्वासन दिया है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, जिससे गांव में शांति और सुरक्षा बनी रहे।
इस घटना ने एक बार फिर से ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि वे ऐसे मामलों में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई कर अपराधियों को सजा दिलाएंगे।