चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बागपत से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक युवक ने फर्जी पुलिसवाला बनकर लोगों को ठगने का काम किया। यह मामला उत्तर प्रदेश के बागपत जिले का है, जहाँ एक युवक ने नकली वर्दी पहनकर सब इंस्पेक्टर होने का दावा किया और खुलेआम बाइक पर घूम रहा था। जब पुलिस ने उसे रोका और पूछताछ शुरू की, तो उसने खुद को सब इंस्पेक्टर बताते हुए अपनी बात मनवाने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस ने उसकी एक भी बात नहीं मानी और उसे हिरासत में लेकर थाने ले गई।
पुलिस की सख्ती से पूछताछ करने पर जो सच्चाई सामने आई, उससे सभी हैरान रह गए। यह युवक फर्जी पुलिसवाला निकला, जो नकली वर्दी पहनकर लोगों को डराता-धमकाता था और उनसे पैसे वसूलता था। जांच के बाद खुलासा हुआ कि यह युवक पहले भी इसी तरह की ठगी के मामलों में शामिल रहा है और कई बार जेल जा चुका है।
इस फर्जी दरोगा का नाम यश है, जो मुजफ्फरनगर जिले के भोरा गाँव का निवासी है। यश नकली वर्दी पहनकर बागपत में घूमता था और लोगों पर धौंस जमाकर ठगी करता था। उसने बागपत के सनी नामक एक युवक को पीआरडी (प्रांतीय रक्षक दल) में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उससे 50 हजार रुपये ठगे। बताया जा रहा है कि यश ने सनी के घर जाकर दरोगा की वर्दी में पैसे लिए थे। सनी ने यश की फोटो खींचकर पुलिस को सबूत के तौर पर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने कार्यवाही शुरू की।
रमाला थाना पुलिस ने आरोपी यश को गिरफ्तार कर लिया है। सीओ बड़ौत विजय चौधरी ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी एक शातिर ठग है, जो लंबे समय से लोगों को ठगने और वर्दी का गलत इस्तेमाल कर रहा था। पुलिस को इस फर्जी दरोगा के खिलाफ पहले भी शिकायतें मिल रही थीं, लेकिन सनी की शिकायत और उसके द्वारा दिए गए सबूतों के बाद पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। फिलहाल आरोपी से और भी पूछताछ की जा रही है ताकि उसके अन्य अपराधों का भी पता लगाया जा सके।
यह मामला फर्जीवाड़े और ठगी का एक और उदाहरण है, जो बताता है कि कैसे कुछ लोग कानून का गलत इस्तेमाल करके मासूम लोगों को अपना शिकार बनाते हैं। पुलिस ने इस आरोपी को जेल भेज दिया है, और मामले की आगे की जांच जारी है।
Author: samachar
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