संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गोरखपुर के एम्स (AIIMS) में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हाल ही में एक वायरल वीडियो ने पूरे मेडिकल संस्थान में हड़कंप मचा दिया है। इस वीडियो में इंटर्न और मेडिकल छात्र एक बार बाला (डांसर) के साथ डांस करते हुए दिखाई दे रहे हैं।
बताया जा रहा है कि यह वीडियो एक इंटर्न के जन्मदिन की पार्टी का है, जो पिछले महीने आयोजित की गई थी। हालांकि, समाचार दर्पण 24.कॉम ने इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं की है।
डॉक्टरों का आचरण सवालों के घेरे में
वीडियो में चार बार बालाओं के साथ इंटर्न और छात्रों को डांस करते देखा जा सकता है। इसके अलावा, कुछ जूनियर डॉक्टर भी इस पार्टी का हिस्सा बने हुए थे।
कहा जा रहा है कि इस आयोजन में दो सौ से ज्यादा लोग शामिल थे, जिनमें इंटर्न, छात्र और कुछ जूनियर डॉक्टर मौजूद थे। वीडियो में कुछ लोग बार बाला के साथ ठुमके लगा रहे हैं और उन पर नोट उड़ाते हुए भी दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के बाद एम्स गोरखपुर के वरिष्ठ डॉक्टरों ने नाराजगी जाहिर की है।
वरिष्ठ अधिकारियों की नाराजगी
यह वीडियो जब एम्स के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा, तो उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना की और ऐसे आयोजनों पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई। बताया जा रहा है कि यह पार्टी एम्स परिसर के बाहर एक मैरेज हॉल में आयोजित की गई थी, लेकिन इस आयोजन के लिए कोई पूर्व अनुमति नहीं ली गई थी। पार्टी में देर रात तक मस्ती चलती रही, जिसमें कुछ छात्राएं भी शामिल हुईं, लेकिन वे डांस देखकर जल्दी वापस लौट आईं।
प्रशासनिक कार्रवाई की संभावना
एम्स गोरखपुर के मीडिया प्रभारी डॉ. अरूप मोहंती ने कहा है कि इस वायरल वीडियो को लेकर फिलहाल कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है। अगर कोई शिकायत आती है, तो मामले की जांच की जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। बिना अनुमति के हुए इस आयोजन के कारण एम्स प्रशासन इस पूरे मामले की गहन जांच कर सकता है और संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है।
पहले भी विवादों में घिरा रहा है AIIMS गोरखपुर
एम्स गोरखपुर पहले भी कई विवादों में घिर चुका है, और अब इस ताज़ा मामले ने संस्थान की छवि को एक और धक्का दिया है। एम्स प्रशासन और वरिष्ठ डॉक्टर इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं, और आगे की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।
एम्स गोरखपुर की इस घटना ने न केवल मेडिकल समुदाय बल्कि आम जनता के बीच भी सवाल खड़े कर दिए हैं। डॉक्टरों के इस तरह के आचरण को लेकर कई लोग नाखुश हैं, और यह मामला संस्थान की साख को नुकसान पहुंचा सकता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."