ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सिंगरामऊ थाना के अंतर्गत अर्जुनपुर गांव से एक बेहद दुखद और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है।
एक प्रेमी जोड़े के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध थे, और वे एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें खा चुके थे। लेकिन हालात ऐसे बने कि प्रेमिका के जीवन में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। यह घटना एक ऐसी त्रासदी में बदल गई, जिसने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया।
इस प्रेम कहानी में प्रेमी शुभम और प्रेमिका सिंपल, जो एक ही जाति और गांव के रहने वाले थे, ने जौनपुर में कोर्ट मैरिज कर ली थी। हालांकि, शुभम के परिवार ने इस शादी को स्वीकार नहीं किया और इसका परिणाम यह हुआ कि उन्होंने सिंपल के माता-पिता के साथ मारपीट की।
इस घटना से आहत होकर सिंपल के पिता, जगन्नाथ यादव, ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने अपने आत्मसम्मान को ठेस लगने के बाद घर में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
घटना के बाद जगन्नाथ यादव का शव लेकर उनके परिजन शुभम के घर पहुंच गए। वहां परिजनों ने शव के साथ धरना दिया और शुभम से सिंपल की शादी की मांग की।
ग्रामीणों और परिजनों का कहना है कि शुभम के माता-पिता ने जानबूझकर इस स्थिति को उत्पन्न किया, जिससे जगन्नाथ यादव आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए।
परिजनों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए न्याय की मांग की, लेकिन शुभम और उसके परिवार वाले घर छोड़कर फरार हो गए हैं।
इस पूरे प्रकरण में सिंपल ने बताया कि शुभम के परिजनों ने जबरन उनके माता-पिता को घर में बंद कर दिया और उन पर अत्याचार किया। इसी वजह से उसके पिता इतने आहत हुए कि उन्होंने आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठा लिया।
गांव के लोग और परिजन इस घटना से स्तब्ध हैं और सिंपल के पिता की मौत को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर समाज में प्रेम, सम्मान और जातिगत भेदभाव के मुद्दों को उजागर कर दिया है।
Author: samachar
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