इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया । जिले में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु एक महत्वपूर्ण पहल की गई।
इस पहल का नेतृत्व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव और अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, मनोज कुमार तिवारी ने किया, जिनके निर्देशन में वन स्टॉप सेंटर का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान तिवारी जी ने सेंटर में रह रहीं निराश्रित महिलाओं और पुलिस द्वारा रेस्क्यू की गई लड़कियों की स्थिति का जायजा लिया।
उन्होंने इन महिलाओं और बच्चियों के रहने, खाने-पीने की सुविधाओं, उनकी काउंसलिंग, और सेंटर की साफ-सफाई व्यवस्था की भी गहन जांच की। इसके अलावा, उन्होंने सेंटर में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं, पुलिस सुरक्षा, विधिक सहायता, और अन्य सरकारी योजनाओं के तहत दी जाने वाली सेवाओं की समीक्षा की।
सचिव महोदय ने यह भी निर्देश दिए कि वन स्टॉप सेंटर में आने वाली पीड़ित महिलाओं और बच्चियों के अधिकारों और उनके लिए चल रही योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
उन्होंने जोर दिया कि जागरूकता फैलाने के लिए पम्पलेट्स और जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाना चाहिए। इसके साथ ही, सेंटर प्रबंधक नीतू भारती को निर्देश दिया गया कि जिन महिलाओं और बच्चों को विधिक सहायता की आवश्यकता हो, उनके मामलों को चिन्हित कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यालय में संदर्भित किया जाए, ताकि उन्हें आवश्यक विधिक सहायता प्रदान की जा सके।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और बच्चियों के अधिकारों की रक्षा करना और उन्हें हर संभव सहायता मुहैया कराना है, ताकि वे सुरक्षित और सशक्त महसूस कर सकें। समाज को बालिकाओं की सुरक्षा और महिलाओं के अधिकारों पर सतत चिंतन करते हुए एक जागरूक और सुरक्षित वातावरण बनाने में योगदान देना चाहिए।
Author: samachar
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