दीपक भारती की रिपोर्ट
आजमगढ़ में गुरुवार को समाजवादी नेता स्वर्गीय इशदत्त यादव की पुण्यतिथि के अवसर पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम आजमगढ़ के नेहरू हॉल सभागार में आयोजित हुआ, जहां समाजवादी पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव थे। उनके साथ लालगंज के सांसद दरोगा प्रसाद सरोज, विधान परिषद नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव, आजमगढ़ के विधायकों समेत कई अन्य जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।
इस अवसर पर धर्मेंद्र यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर कड़ा प्रहार किया और कहा कि वर्तमान सरकार की नीतियों और क्रियाकलापों ने स्थिति को बदतर बना दिया है। उन्होंने भाजपा पर कानून व्यवस्था को फेल करने और समाजवादी पार्टी के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया। इसके साथ ही, धर्मेंद्र यादव ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा बुलडोजर की कार्रवाई को रोके जाने के निर्णय की सराहना की और इसे न्याय का प्रतीक बताया। हालांकि, उन्होंने भाजपा नेताओं पर लगातार झूठे बयान देने का आरोप भी लगाया।
आजमगढ़ के देवारा क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति को लेकर धर्मेंद्र यादव ने अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बाढ़ चौकियां केवल कागजों में स्थापित की गई हैं, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों का अभाव है, जिससे लोग स्वास्थ्य और राशन जैसी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने घोषणा की कि वे शुक्रवार को फिर से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे और स्थिति का जायजा लेंगे।
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इसके अलावा, धर्मेंद्र यादव ने आजमगढ़ महोत्सव के आयोजन पर भी अपनी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के किसी भी नेता या जनप्रतिनिधि को इस महोत्सव में आमंत्रित नहीं किया गया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा को समाजवादियों से डर है। उन्होंने भाजपा पर समाजवादी विचारधारा को दबाने का आरोप लगाया और कहा कि इस प्रकार के आयोजन समाजवादी नेताओं की उपेक्षा कर नहीं किए जा सकते।
कार्यक्रम में धर्मेंद्र यादव ने स्वर्गीय इशदत्त यादव की उपलब्धियों को भी याद किया और उन्हें एक सच्चे समाजवादी नेता के रूप में सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि इशदत्त यादव ने अपने जीवन को शोषित, पीड़ित, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग के अधिकारों के लिए समर्पित किया था।
Author: samachar
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