चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कौशाम्बी। एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने खुद को गृह मंत्रालय में तैनात आईएएस अधिकारी बताकर रंगदारी वसूलने का काम किया। इस महिला ने अपनी कार पर पुलिस की तरह फ्लैशर लाइट लगवायी थी और उस पर ‘गृह मंत्रालय की अतिरिक्त निदेशक’ तथा ‘भारत सरकार’ के स्टिकर भी लगाए हुए थे। महिला ने खुद को आईएएस अधिकारी बताते हुए कौशांबी क्षेत्र में एक कैफे संचालक से दो लाख रुपये की रंगदारी मांगी और 20 हजार रुपये भी वसूल लिए।
कैफे संचालक सतीश कुमार ने शुक्रवार को थाना कौशांबी में शिकायत दर्ज कराई कि एक महिला ने खुद को आईएएस अधिकारी बताते हुए उससे दो लाख रुपये मांगे और झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। महिला ने एक लाख रुपये तय किए और 20 हजार रुपये लेकर चली गई। महिला के साथ तीन अन्य लोग भी थे।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर जांच शुरू की और कार के नंबर के आधार पर पता लगाया कि यह कार ईडीएम मॉल के पास खड़ी है। पुलिस ने शनिवार को इस कार को रुकवाकर पूछताछ की। महिला ने खुद को आईएएस बताते हुए पुलिसकर्मियों पर रौब जमाया और अपने मोबाइल में फर्जी नियुक्ति पत्र भी दिखाया। पुलिस ने महिला और उसके तीन साथियों को हिरासत में लेकर थाने पर लाया। पूछताछ के दौरान पता चला कि महिला खुद को आईएएस अधिकारी बताकर रंगदारी वसूल रही थी।
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि गिरफ्तार की गई महिला का नाम कोमल तनेजा है, जो दिल्ली के विकासपुरी में रहती है। इसके साथ गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपी हैं: शालीमार गार्डन एक्सटेंशन दो निवासी अमित कुमार, लोनी निवासी अमित शर्मा और बागपत के बड़ौत निवासी तिजारिफ। पुलिस ने इनके पास से एक एर्टिगा कार, 15 हजार रुपये, और फर्जी आईकार्ड व नियुक्ति पत्र बरामद किया है।
इस मामले में पुलिस ने महिला और उसके साथियों को रंगदारी वसूलने और फर्जी आईएएस अधिकारी होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है।
Author: samachar
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