google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
देवरिया

सनातन धर्म को आचार्य शंकर ने आकाश की बुलंदियों तक पहुंचाया : प्रोफेसर शरद

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

इरफान अली लारी की रिपोर्ट

भाटपार रानी। शनिवार को भारतीय भाषा समिति शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान एवं कस्बे के मदन मोहन मालवीय पीजी द्वारा आयोजित जगद्‌गुरु शंकराचार्य की व्याख्यानमाला को सम्बोधित करते हुए मुख्य व्याख्याता बीआरडी पीजी कॉलेज देवरिया के प्राचार्य प्रो० शरद चन्द्र मिश्र ने कहा कि आचार्य शंकर भारत के हर कोने में ही नहीं ,अपितु विश्व के विभिन्न हिस्सों में सनातन धर्म की अद्वैतवादी ज्ञान परम्परा का पताका आकाश की बुलंदियों तक पहुंचाया।सनातन धर्म के प्रवर्तक आचार्य शंकर ने 8 वीं शदी में देशज, अत्याधम सांस्कृतिक परम्पराओं के धागों से भारत की भूमि पर एक नई धार्मिक, आध्यात्मिक व सामाजिक पीरमाषाओं को बूना।

व्याख्यान माला के द्वितीय व्याख्याता राम जी सहाय पीजी कॉलेज रुद्रपुर के प्राचार्य प्रो० बृजेश कुमार पाण्डेय ने कहा कि आचार्य शंकर ने सनातन धर्म की चेतना को जागृत करने के लिए सम्पूर्ण देश की तीन बार अखण्ड यात्रा की। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एक सूत्र में पिरोने को अपनी जिंदगी का एक मकसद बना लिया।

 

बीआरडीबीडीपीजी कॉलेज, आश्रम, बरहज दर्शन शास्त्र विभाग के प्रो० विजय प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि भारत का महानतम संत आदि गुरु शंकराचार्य ने अपने अद्वैत की दृष्टि से, अद्वैत तत्व में नवीन प्राणों का संचार किया। आचार्य शंकर के अद्वैत की इस नवीन व्याख्या से भारत ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण विश्व का ज्ञान परम्परा आंदोलित हो उठा।

समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के प्राचार्य प्रोफ़ेसर सतीश चंद गौड़ ने अतिथियों के प्रति आभार प्रकट किया। संस्थान के प्रबंधक व वरिष्ठ भाजपा नेता राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह ने सफल आयोजन को लेकर अतिथियों व आयोजक मंडल दल एवं समस्त महाविद्यालय परिवार की प्रति आभार प्रकट किया।

व्याख्यान माला का शुभारंभ अतिथियों द्वारा सरस्वती चित्र पर दीप प्रज्वलन कर, पुष्पांजलि के साथ किया गया। आयोजक मंडल द्वारा आगंतुक अतिथियों को स्मृति एवं अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। व्याख्यान माला का संचालन डॉ दिनेश कुमार शर्मा ने की।

व्याख्यान माला में व्याख्यान माला के संयोजक प्रो के एन मिश्र, सह-समन्वयक प्रो सुधीर कुमार शुक्ला,समन्वयक व आयोजन सचिवसह डॉ श्रीनिवास, प्रोफेसर मनोज कुमार,प्रोफेसर राम अवतार वर्मा ,पूर्व प्राचार्य डॉ राकेश कुमार , डॉ मनीष नाथ त्रिपाठी, डॉ अमीर लाल, डॉ सुशील कुमार पांडेय ,डॉ अवनीत सिंह , डॉ मनोज कुमार ,डॉ महेंद्र कुमार मिश्र, डॉ एस के पाठक ,डॉ ज्ञान प्रकाश, डॉ अभिमन्यु पांडेय, डॉ कनक लता ,डॉ अरुण मद्धेशिया , डॉ कमलेश कुमार, डॉ अजय सिंह, डॉ शिव शंकर प्रजापति, डॉ जय सिंह यादव ,डॉ अमन तिवारी, डॉ कीर्ति जायसवाल ,डॉ सुदीप रंजन, डॉ रवि सिंह, डॉ प्रवीण प्रजापति ,डॉ सौरभ पाल, शिव प्रसाद ,प्रवीन शाही, शिव प्रताप सिंह सहित समस्त कर्मचारी वर्ग ने प्रति भाग की हैं ।

86 पाठकों ने अब तक पढा
Author:

Kamlesh Kumar Chaudhary

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

Back to top button
Close
Close