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November 22, 2024 9:33 pm

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कौन हैं राहुल कस्वां, जो भाजपा छोड़कर कांग्रेस में हो गए शामिल?

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आनंद शर्मा की रिपोर्ट

चूरू के सांसद राहुल कस्वां सोमवार को भाजपा से इस्तीफे की घोषणा के तुरंत बाद पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की उपस्थिति में कांग्रेस में शामिल हो गए। कासवान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और वरिष्ठ नेताओं सोनिया गांधी, राहुल गांधी, गोविंद सिंह डोटासरा और अन्य को मुझे कांग्रेस में शामिल होने की अनुमति देने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। कस्वां को चुरू से आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए भाजपा का टिकट नहीं दिया गया।

इससे पहले आज, कासवान ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्होंने “सार्वजनिक जीवन में एक बड़ा निर्णय” लिया है। उन्होंने कहा, “राजनीतिक कारणों से, आज इसी क्षण मैं भारतीय जनता पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और संसद सदस्य के पद से इस्तीफा दे रहा हूं।” कस्वां ने भाजपा, उसके राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को “10 वर्षों तक चूरू लोकसभा परिवार की सेवा करने का अवसर” देने के लिए धन्यवाद दिया।

-राहुल कस्वां एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो पहली बार 2014 के भारतीय आम चुनाव में सोलहवीं लोकसभा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चूरू संसदीय क्षेत्र से संसद सदस्य (सांसद) बने। 

कौन हैं राहुल कस्वां?

-इसके बाद वह फिर 2019 में भारतीय आम चुनाव में सत्रहवीं लोकसभा में चुनाव जीतकर दूसरी बार सांसद बने।

-20 जनवरी 1977 को जन्में राहुल के दो बच्चे हैं और दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी. कॉम की पढ़ाई की। 

-वह चार बार के पूर्व सांसद राम सिंह कस्वां के बेटे और पूर्व सांसद दीप चंद कस्वां के पोते हैं। उनकी मां कमला कस्वां भी इस क्षेत्र से विधायक रही हैं।

-उनके पूर्वज हरियाणा के भिवानी जिले के मटानी गांव से राजस्थान के चुरू जिले के कालरी गांव में आये थे।

-राहुल 2014 के लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत के बाद वह पहली बार राजस्थान से सबसे कम उम्र के सांसद बने। उन्होंने 294,739 वोटों के रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल की, जो चुरू निर्वाचन क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक अंतर है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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