हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट
रुड़की के रतनपुर निवासी मुर्तजा ने राशन विक्रेता से राशन वितरण के संबंध में जानकारी आरटीआई अधिनियम के तहत मांगी थी। राशन विक्रेता ने दस्तावेज गुम होने की बात कही। इसके खिलाफ अपील करते हुए मुर्तजा राज्य सूचना आयोग पहुंचे। राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट ने हरिद्वार के जिला खाद्य पूर्ति अधिकारी को व्यक्तिगत तलब किया। क्षेत्रीय खाद्य पूर्ति अधिकारी को जांच रिपोर्ट पर बिंदुवार स्पष्टीकरण के साथ बुलाया है। आयोग ने मामले की जांच के निर्देश दिए। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी रुड़की ने मामले की जांच की तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ।
कार्डधारकों के सत्यापन की व्यवस्था नहीं
क्षेत्रीय खाद्य पूर्ति अधिकारी रुड़की भी अपनी जांच के हर बिंदु पर स्पष्ट आख्या के साथ आयोग के समक्ष पेश होंगे। इसी दौरान पूर्व में जारी कारण बताओ नोटिस पर भी सुनवाई होगी। आयोग ने ये माना कि विभाग में कार्डधारकों के सत्यापन की कोई व्यवस्था नहीं है।
मृतकों के नाम राशन देने की पुष्टि
आयोग ने सूचना में विलंब पर क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी को ये भी कहा कि क्यों न उन 25 हजार का जुर्माना भी लगा दिया जाए। सूचना आयुक्त ने ये स्वीकार किया कि अब तक हुई जांच से ये तो तय माना गया है कि मृतकों के नाम से भी राशन दिया जा रहा है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."