आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
कानपुर: यूपी की कानपुर पुलिस अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में रहती है। कानपुर में कोर्ट के आदेश पर तीन दारोगाओं और एक सिपाही पर बाइक गबन करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। पीड़िता ने तीन दारोगा और एक सिपाही पर रिश्तेदार की बाइक लूटने का आरोप लगाया था। पुलिस कर्मियों ने बाइक को बिना दाखिल किए पीड़िता के रिश्तेदार को जेल भेज दिया था।
कानपुर देहात के शिवली भेवान गांव की शंकुतला देवी निवासी हैं। उन्होंने कोर्ट को दिए गए प्रार्थना पत्र में बताया था कि शिवराजपुर के मक्कापुर निवासी दामाद देशराज के भाई सनी के साथ बाइक से शहबाजपुर जा रही थीं। इसी दौरान फरवरी 2022 में बीबीपुर बंबा के पास बिल्हौर थाने में तैनात दारोगा मुकेश कुमार वाजपेई, पंकज कुमार और विशेष कुमार और सिपाही अनुज यादव ने सनी को चेकिंग के नाम पर पकड़ लिया था।
बाइक नहीं की गई थी दाखिल
पुलिस कर्मियों ने लूट के मुकदमें में सनी को दो दिन बाद जेल भेज दिया था। शकुंतलादेवी ने बताया कि जब सनी से जेल में मिलाई करने पहुंची, तो उसने बताया कि बाइक बिल्हौर कोतवाली में खड़ी की गई थी। पुलिस कर्मियों ने सनी की बाइक को लिखापढ़ी में दर्ज नहीं की थी। महिला और उसके परिजन लगातार बाइक के बारे पुलिस कर्मियों से पूछते रहे, लेकिन उनको थाने से टरका दिया जाता था।
कोर्ट के आदेश पर दर्ज हुआ केस
शकुंतला देवी ने पुलिस कर्मियों पर बाइक लूटने का आरोप लगाया था। पीड़िता की जब कहीं सुनवाई नहीं हुई, तो उसने कोर्ट की शरण ली। महिला ने कोर्ट से 156/3 के तहत मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया था। अब कोर्ट के आदेश पर तीन दारोगाओं और एक सिपाही के खिलाफ बिल्हौर थाने में केस दर्ज किया गया है।
तीन दारोगा और एक सिपाही पर केस
बिल्हौर थाना प्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर तत्कालीन तीन दारोगा और एक सिपाही के खिलाफ बाइक गबन का केस दर्ज किया गया है। मुकदमा दर्ज करने के साथ ही इस मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है।
Author: samachar
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