“उत्तर प्रदेश के सम्भल में धनवर्षा के नाम पर ठगी और यौन शोषण करने वाले गिरोह का पर्दाफाश। पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया। जानें कैसे तंत्र-मंत्र के बहाने लोगों को फंसाया गया और इस घिनौने अपराध का खुलासा हुआ।”
उत्तर प्रदेश के संभल जिले से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां धनवर्षा (पैसों की बारिश) के लालच में एक गैंग ने दर्जनों युवतियों और युवकों का यौन शोषण किया। इस गिरोह ने लोगों को तांत्रिक क्रियाओं के जरिए धनवान बनाने का सपना दिखाया और इसी बहाने उनके साथ घिनौनी हरकतें कीं।
कैसे काम करता था यह गैंग?
गिरोह के सदस्य लोगों को विश्वास दिलाते थे कि एक विशेष तंत्र-मंत्र अनुष्ठान करने से उनके ऊपर नोटों की बारिश होगी। इसके लिए दुर्लभ जीव-जंतु जैसे 20 नाखून वाला कछुआ, दो मुंह वाला सांप, विशेष प्रजाति का उल्लू, पुराने सिक्के और युवक-युवतियों को इकट्ठा किया जाता था।
तंत्र क्रिया के नाम पर ये लड़कियों से एक विस्तृत फॉर्म भरवाते थे, जिसमें बेहद आपत्तिजनक सवाल पूछे जाते थे, जैसे:
मासिक धर्म की तिथि
शादीशुदा हैं या कुंवारी
क्या किसी ने छुआ है या नहीं
शरीर पर कोई तिल या टैटू है या नहीं
यही नहीं, गिरोह के सदस्य पहचान छिपाने के लिए लड़कियों को कोड वर्ड जैसे “टमाटर”, “टीटी”, “आर्टिकल” या “सामान” कहकर बुलाते थे। वहीं, गिरोह के सदस्यों को “मीडिया” या “आर्टिकल पक्ष” कहा जाता था।
कैसे हुआ गैंग का पर्दाफाश?
संभल जिले के धनारी क्षेत्र के रहने वाले राजपाल नामक व्यक्ति ने इस गैंग का भंडाफोड़ किया। उसने पुलिस को बताया कि एक तांत्रिक उपचार के बहाने उसे आगरा ले जाया गया, जहां उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया और उसके मुंह पर सफेद कपड़ा बांध दिया गया। जब उसके साथ तंत्र क्रिया करने की तैयारी चल रही थी, तभी उसने शोर मचाना शुरू कर दिया।
आसपास के लोगों के पहुंचने पर बदमाश मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने लाखन, रिंकू, अजय सिंह और दुर्जन नामक चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया। इनसे पूछताछ में धनवर्षा गैंग के पूरे षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ।
गिरोह का ठिकाना और पुलिस कार्रवाई
पुलिस ने इन आरोपियों की निशानदेही पर आगरा में एक कथित आश्रम पर छापा मारा, जहां से गैंग के 14 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। गिरोह के लोगों ने दिल्ली, आगरा, एटा और राजस्थान में भी कई लोगों को ठगा था।
सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि लोग खुद अपनी बेटियों को इस तंत्र-मंत्र के जाल में फंसाकर गुरु के पास भेज देते थे। इस गिरोह ने इतने वर्षों तक अपने अपराधों को छिपाए रखा, क्योंकि कोई भी इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को तैयार नहीं था।
अब क्या कर रही है पुलिस?
पुलिस को गिरोह के सदस्यों के फोन से कई आपत्तिजनक ऑडियो और वीडियो मिले हैं, जिससे यह साफ हो गया कि उन्होंने कई निर्दोष लोगों का शोषण किया है। अब पुलिस विक्टिम्स की तलाश कर रही है, ताकि मामले को और मजबूत बनाया जा सके।
यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि धन की लालसा इंसान को अंधा बना सकती है। जब लोग तर्क और वैज्ञानिक सोच को छोड़कर अंधविश्वास में फंस जाते हैं, तो वे अपने परिवार के साथ भी खिलवाड़ कर बैठते हैं। पुलिस की कार्रवाई से इस गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन यह जरूरी है कि लोग भी सतर्क रहें और ऐसे ठगों के झांसे में न आएं।
➡️अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की