पुलिस पर हाथापाई करने वालों के कारण छिन रहा रोजगार, रेलवे पुलिस ने अवैध दुकानों पर कसा शिकंजा
“चित्रकूट के मानिकपुर जंक्शन पर पुलिस और दुकानदारों के बीच विवाद बढ़ गया। अवैध दुकानों पर कार्रवाई के बाद गरीबों की रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है। भीम आर्मी के हस्तक्षेप से मामला गरमाया, जानिए पूरी खबर!”
चित्रकूट | मानिकपुर जंक्शन पर रोज़ी-रोटी कमाने वाले गरीब दुकानदारों के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। रेलवे पुलिस की कार्रवाई के बाद यहां टोकरी और ठेला लगाकर व्यवसाय करने वाले लोगों के सामने भुखमरी का खतरा मंडराने लगा है।
क्या है पूरा मामला?
मानिकपुर जंक्शन के सामने स्थानीय लोग वर्षों से टोकरी और ठेला लगाकर अपनी आजीविका चला रहे हैं। लेकिन हिंदू नववर्ष, चैत्र नवरात्रि और ईद के मद्देनजर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था के चलते दुकानदारों को किनारे ठेला लगाने की सलाह दी। इसी दौरान कुछ लोगों ने पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई कर दी, जिसके बाद रेलवे पुलिस को कड़ी कार्रवाई करनी पड़ी।
पुलिस और दुकानदारों के बीच बढ़ा विवाद
पुलिस के अनुसार, अवैध रूप से दुकानें संचालित करने वालों को हटाने की कोशिश की जा रही थी। लेकिन कुछ महिलाओं और दुकानदारों ने इसका विरोध किया और पुलिस से भिड़ गए। विवाद बढ़ने के बाद रेलवे पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत में ले लिया।
हालांकि, इसी बीच खीरा बेचने वाला एक दुकानदार मौके से फरार हो गया। बताया जा रहा है कि फरार दुकानदार भीम आर्मी भारत एकता मिशन संगठन का जिला मीडिया प्रभारी और पत्रकार है। उसने संगठन के अन्य पदाधिकारियों को सूचित कर दिया, जिसके बाद मामला और गरमा गया।
भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
भीम आर्मी भारत एकता मिशन के जिला संयोजक और अन्य कार्यकर्ता मानिकपुर जंक्शन पहुंचे और रेलवे पुलिस से इस मामले में जवाब मांगा। उन्होंने पुलिस पर अन्यायपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया और उप-जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने दी सफाई, बताया- नहीं हुई कोई मारपीट
रेलवे पुलिस का कहना है कि पूरी घटना का वीडियो उपलब्ध है, जिसमें साफ दिख रहा है कि पुलिस ने किसी के साथ मारपीट नहीं की। बल्कि दुकानदारों ने ही पुलिस के साथ हाथापाई की थी। इस आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है।
गरीब दुकानदारों के सामने रोजी-रोटी का संकट
इस विवाद के चलते कई गरीब दुकानदारों की रोज़ी-रोटी पर संकट मंडरा रहा है। पहले से ही बेरोजगारी और आर्थिक तंगी झेल रहे लोग अब भुखमरी के कगार पर पहुंच सकते हैं।
स्थानीय प्रशासन से समाधान की अपील
“जीत आपकी चलो गांव की ओर जागरूकता अभियान” ने प्रशासन से अपील की है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। साथ ही, गरीब दुकानदारों को उनके व्यवसाय से वंचित न किया जाए, ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें।
यह घटना न केवल कानूनी और सामाजिक मुद्दों को उजागर करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि गरीब तबके के लोग अपनी रोज़ी-रोटी को लेकर कितने संघर्ष कर रहे हैं। प्रशासन को चाहिए कि वह संतुलित फैसला लेकर गरीब दुकानदारों को व्यवसाय जारी रखने का अवसर दे।
➡️संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

Author: samachardarpan24
जिद है दुनिया जीतने की