“आजमगढ़ के हरिऔध कला केंद्र में 30 दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला शुरू। थिएटर, अभिनय और व्यक्तित्व विकास के लिए बच्चों को मिलेगा विशेषज्ञों का मार्गदर्शन। पूरी खबर पढ़ें!”
आजमगढ़ जिले के हरिऔध कला केंद्र में 30 दिवसीय नाट्य प्रशिक्षण कार्यशाला का शुभारंभ हो गया है। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश संस्कृत विभाग, भारतेंदु नाट्य अकादमी और आजमगढ़ की सूत्रधार संस्था के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में बच्चे भाग ले रहे हैं, जिन्हें थिएटर और अभिनय की बारीकियां सिखाई जाएंगी।
कार्यशाला का उद्देश्य
वरिष्ठ रंगकर्मी ममता पंडित, जो बीते 20 वर्षों से अपने पति अभिषेक पंडित के साथ रंगमंच से जुड़ी हैं, ने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य बच्चों को नाट्य कला में प्रशिक्षित करना, उनका आत्मविश्वास बढ़ाना और मेमोरी पावर को विकसित करना है। कार्यशाला के समापन पर बच्चे अहिल्याबाई होल्कर पर आधारित नाटक की प्रस्तुति देंगे।
फिल्मी कलाकारों से मिलेगा मार्गदर्शन
गौरतलब है कि अभिषेक पंडित और ममता पंडित पिछले 20 वर्षों से समर कैंप, विंटर कैंप, रंग महोत्सव और फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं। इन कार्यक्रमों में मुंबई से कई फिल्मी कलाकार भी शामिल होते हैं, जो बच्चों को एक्टिंग की बारीकियां सिखाते हैं। इस कार्यशाला में भी बड़ी संख्या में युवा रंगमंच के प्रशिक्षण के लिए भाग ले रहे हैं।
नाट्य विधा को बढ़ावा देने की पहल
ममता पंडित ने कहा कि इस तरह की कार्यशालाओं का उद्देश्य नाट्य कला को बढ़ावा देना और जिले के बच्चों को एक बेहतर मंच प्रदान करना है। रंगमंच केवल अभिनय तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संवाद कौशल, आत्म-अनुशासन और क्रिएटिविटी को भी विकसित करता है।
आजमगढ़ में आयोजित यह 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला रंगमंच प्रेमियों के लिए एक सुनहरा अवसर है। इसमें भाग लेने वाले बच्चे न केवल थिएटर की बारीकियों को समझेंगे, बल्कि अपने व्यक्तित्व विकास और अभिनय कौशल को भी निखार पाएंगे।
➡️जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की