लखनऊ में दुष्कर्म और हत्या के आरोपी अजय कुमार द्विवेदी को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया। एक लाख के इनामी इस अपराधी पर 23 मुकदमे दर्ज थे। पढ़ें पूरी खबर।
लखनऊ में महिला से दुष्कर्म और हत्या के आरोपी अजय कुमार द्विवेदी को शुक्रवार रात पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मुख्य आरोपी पर था एक लाख रुपये का इनाम
गौरतलब है कि पुलिस ने अजय पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा, शुक्रवार दोपहर पुलिस ने अजय के भाई दिनेश को गिरफ्तार किया। पूछताछ में दिनेश ने बताया कि अजय मलिहाबाद इलाके में छिपा हुआ था। इस सूचना पर क्राइम ब्रांच प्रभारी शिवानंद मिश्रा ने मलिहाबाद के देवा रेस्टोरेंट के पास घेराबंदी की।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
रात करीब साढ़े नौ बजे, अजय बाइक से आता दिखाई दिया। पुलिस ने उसे घेरने की कोशिश की, लेकिन उसने खुद को बचाने के लिए बाइक खेतों की ओर मोड़ दी। हालांकि, बाइक फिसलने से वह गिर पड़ा और पैदल भागने लगा। इस दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी की।
पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अजय को गोली लगी। पहले उसे नजदीकी सीएचसी और फिर ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
महिला का मोबाइल बरामद
मुठभेड़ के बाद पुलिस को अजय के पास से मृतका का मोबाइल, एक पिस्टल, सिगरेट, लाइटर और कुछ पैसे मिले।
क्या था पूरा मामला?
18 जनवरी को युवती वाराणसी से परीक्षा देकर लखनऊ लौटी थी। देर रात करीब डेढ़ बजे वह आलमबाग बस स्टैंड पर उतरी। अजय ने उसे लिफ्ट देने के बहाने बहला-फुसलाकर सुनसान इलाके में ले गया। वहां उसने दुष्कर्म की कोशिश की, लेकिन युवती के विरोध करने पर गला दबाकर हत्या कर दी।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
डीसीपी पश्चिम विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि अजय दुबग्गा का कुख्यात अपराधी था। उसके खिलाफ 23 मुकदमे दर्ज थे, जबकि उसके भाई दिनेश पर 9 मामले दर्ज थे। दिनेश को मलिहाबाद के संन्यासी बाग से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
मामले में पुलिस ने तेजी दिखाते हुए पहले दिनेश को गिरफ्तार किया और फिर मुख्य आरोपी अजय को एनकाउंटर में मार गिराया। इस कार्रवाई से स्थानीय लोगों में राहत और अपराधियों में खौफ का माहौल बना है।
➡️अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की