“कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में संगठन को मजबूत करने के लिए 135 नए जिला और नगर अध्यक्षों की नियुक्ति की है। प्रियंका गांधी की रणनीति के तहत सामाजिक संतुलन और युवा नेतृत्व को तरजीह दी गई, लेकिन महिलाओं की भागीदारी कम रही। जानिए पूरी खबर!”
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने और आगामी चुनावों की तैयारी को धार देने के उद्देश्य से पार्टी ने 135 नए नेताओं की नियुक्ति की घोषणा की है। इस सूची में 76 जिला अध्यक्ष और 59 नगर अध्यक्ष शामिल हैं।
संगठन को मजबूती देने की रणनीति
कांग्रेस नेतृत्व का मानना है कि इन नए पदाधिकारियों की नियुक्ति से कार्यकर्ताओं में जोश और ऊर्जा का संचार होगा, जिससे पार्टी को लाभ मिलेगा। यह संगठनात्मक बदलाव कांग्रेस की उत्तर प्रदेश में अपनी पकड़ मजबूत करने की नई रणनीति का हिस्सा है।
प्रियंका गांधी की टीम का प्रभाव
इन नियुक्तियों में प्रियंका गांधी की रणनीतिक सोच की झलक साफ नजर आती है। उन्होंने जमीनी स्तर पर सक्रिय नेताओं को अहम जिम्मेदारियाँ सौंपकर संगठन को नई दिशा देने की कोशिश की है। इससे यह स्पष्ट होता है कि प्रियंका गांधी उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अहम फैसलों में लगातार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
सामाजिक संतुलन पर जोर
कांग्रेस ने सामाजिक संतुलन को ध्यान में रखते हुए 65% पद पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज के नेताओं को दिए हैं। इसके अलावा:
20% जिला और नगर अध्यक्ष ब्राह्मण समाज से हैं
12% राजपूत समाज से आते हैं
22% मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया है
युवा नेतृत्व को प्राथमिकता, लेकिन महिलाओं की भागीदारी कम
इस बार के फेरबदल में कांग्रेस ने युवा नेतृत्व को तरजीह दी है, जिसमें करीब दो-तिहाई पद 50 वर्ष से कम उम्र के नेताओं को मिले हैं। हालांकि, महिलाओं का प्रतिनिधित्व मात्र 6% ही रहा, जो अपेक्षाकृत कम है। इससे साफ है कि पार्टी को महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे।
कांग्रेस का यह संगठनात्मक बदलाव 2027 के चुनावों की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पार्टी का प्रयास है कि जमीनी स्तर पर मजबूत कार्यकर्ताओं को आगे लाकर संगठन को धार दी जाए। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ये नए पदाधिकारी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में कितनी मजबूती दे पाते हैं।
➡️अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
