अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव में अप्रत्याशित सफलता हासिल करने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अब पूरी तरह से 2027 के विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुट गए हैं।
इस प्रक्रिया के दौरान अखिलेश यादव पार्टी के संगठन में बड़े स्तर पर बदलाव की योजना बना रहे हैं, जो जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक लागू होंगे। पार्टी के अंदर निष्क्रिय या अनुशासनहीन नेताओं पर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
संगठन में व्यापक बदलाव की तैयारी
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रदेश की सभी जिला इकाइयों से ऐसे नेताओं की सूची मांगी है जो वर्तमान में पार्टी के कार्यों में सक्रिय नहीं हैं। इसके साथ ही, उन नेताओं की सूची भी मांगी गई है जो हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए गए हैं।
निष्क्रिय और विवादित नेताओं की छुट्टी
सूत्रों के अनुसार, पार्टी के अंदर पद पर रहते हुए जो नेता संगठनात्मक बैठकों से गायब रहते हैं, उनकी जल्द ही छुट्टी की जाएगी। इसके अतिरिक्त, जिन नेताओं पर गंभीर आरोप लगे हैं जैसे कि यौन उत्पीड़न, चोरी, डकैती या हत्या, उन्हें पार्टी से बाहर करने का निर्णय लिया जा रहा है। पार्टी में अनुशासनहीनता और अपराधियों के लिए कोई स्थान नहीं होगा।
बीजेपी के लिए प्रचार करने वालों पर नजर
लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी में रहते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए प्रचार करने वाले नेताओं की भी पहचान की जा रही है। ऐसे नेताओं को भी पार्टी से बाहर करने की तैयारी चल रही है, क्योंकि अखिलेश यादव पार्टी में अनुशासन और ईमानदारी बनाए रखने के पक्षधर हैं।
अखिलेश यादव का यह कदम पार्टी के भीतर नई ऊर्जा भरने और संगठन को और सशक्त बनाने की दिशा में उठाया जा रहा है, जिससे पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में एक मजबूत स्थिति में पहुंच सके।
Author: samachar
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