“बांदा महोत्सव का भव्य समापन! लोक नृत्य, शास्त्रीय संगीत, हास्य और कवि सम्मेलन जैसी रंगारंग प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। पढ़ें पूरी खबर।”
बांदा महोत्सव का समापन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ हुआ। जिला प्रशासन और जिला पर्यटन एवं सांस्कृतिक परिषद द्वारा आयोजित इस महोत्सव में देशभर के कलाकारों ने भाग लिया।
लोक नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियां
नटराज नृत्य संस्थान ने बुंदेलखंड का पारंपरिक दिवारी नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं, रानी दुर्गावती नृत्य समिति ने महाभारत के प्रसंग में श्रीकृष्ण द्वारा द्रौपदी की रक्षा पर आधारित नृत्य नाटिका पेश की। इसके अलावा, रश्मि गुप्ता मिश्रा ने महाकुंभ अमृत वर्षा कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
शास्त्रीय और लोक संगीत की मधुर प्रस्तुतियां
कार्यक्रम में राधा-कृष्ण की होली पर आधारित नृत्य भी हुआ, जिसमें अनुपमा त्रिपाठी की टीम ने मोहक कथक नृत्य प्रस्तुत किया। संगीत जगत से जुड़े इंडियन आइडल विजेता कुलदीप सिंह चौहान और अभिषेक मिश्रा ने अपनी सुरीली प्रस्तुति दी।
भजन गायिका शहनाज अख्तर ने भजनों से माहौल को भक्तिमय बना दिया, जबकि सत्यांशु पटेल और उस्मान मीर ने ग़ज़ल और शास्त्रीय संगीत के जरिए समां बांध दिया।
हास्य और काव्य संध्या ने बटोरी वाहवाही
प्रसिद्ध हास्य कलाकार सुनील पाल और राजन श्रीवास्तव ने अपने चुटकुलों से दर्शकों को खूब हंसाया। रात्रि में आयोजित कवि सम्मेलन में सुरेंद्र शर्मा, गजेन्द्र प्रियान्शु, सुदीप भोला और मणिका दुबे ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बुंदेली लोकसंस्कृति की झलक
स्थानीय कलाकारों ने बुंदेलखंड के लोकगीतों की शानदार प्रस्तुति देकर क्षेत्रीय संस्कृति को जीवंत कर दिया।
इस महोत्सव ने बांदा की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को न सिर्फ प्रदर्शित किया, बल्कि इसे संजोने और आगे बढ़ाने का संदेश भी दिया।
➡️सुशील कुमार मिश्रा की रिपोर्ट

Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की