शादी के जोड़े में दुल्हा पेड़ से बांध दिया गया, वजह आपको वीडियो ? देखकर समझ में आ जाएगा 

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ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट 

प्रतापगढ़। दहेज जैसी कुप्रथा देश से धीरे-धीरे खत्म हो रही है पर कुछ लोग आज भी अपनी छोटी मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाए हैं। वो आज भी दहेज की मांग कर अपना सम्मान तो घटाते ही हैं, साथ में उन पुरुषों का भी मान घटना देते हैं, जो दहेज के सख्त खिलाफ होते हैं।

ऐसे लोगों के साथ क्या अंजाम होता है, इसका ताजा नमूना हाल ही में प्रतापगढ़ (Pratapgarh Groom made hostage) में देखने को मिला। यहां एक दूल्हे को ही लोगों ने बंधक बना लिया।

ये घटना उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ (Pratapgarh, UP) में मान्धाता कोतवाली के हरखपुर गांव की है। 14 जून को घटी इस घटना में बारात जिला जौनपुर के पुरवा गांव से आई थी। दूल्हे (Groom demand dowry) का नाम अमरजीत वर्मा था जो अपने परिवार और यार-दोस्तों के साथ धूमधाम से बारात लेकर आया था। उसका लड़की वालों ने खूब स्वागत किया और शादी (Dulhe ko ped se bandha) की रस्में भी शुरू हो गईं। पर फिर लड़के ने शादी के बीच में ही दहेज की मांग कर डाली।

दूल्हे ने कर दी दहेज की मांग

ये तो हर कोई जानता है कि भारत में दहेज लेना कानूनी तौर पर अपराध है, मगर जब दूल्हे ने दहेज की मांग की, तो लड़की वाले हैरान हो गए। उन्होंने दूल्हे समेत उसके परिजनों को समझाया-बुझाया, पर जब वो दहेज लेने पर अड़े रहे तो लड़की वालों ने ऐसा कदम उठाया कि सभी के होश उड़ गए। उन्होंने दूल्हे समेत सभी बारातियों को बंधक बना लिया। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें दूल्हे को पेड़ से बांधते हुए लोग नजर आ रहे हैं। वो भी हैरान-परेशान सा दिख रहा है। @Sisodia19Rahul नाम के यूजर ने ट्विटर पर इस वीडियो को ट्वीट किया है।

दूल्हे को बना लिया बंधक

रिपोर्ट्स के अनुसार जयमाल से ठीक पहले से ही वर और वधु पक्ष में किसी बात को लेकर झगड़ा हो रहा था। वो बात ठंडी हुई भी नहीं थी कि दूल्हे ने दहेज की डिमांड कर दी। बस उसके बाद लड़की वाले भड़क गए। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो उन्होंने दूल्हे को आजाद करवाया। रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस दूल्हे को अपने साथ ले गई थी और थाने में ही दोनों पक्षों के बीच मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही थी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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