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मुख़्तार अब्बास नकवी की खिचड़ी पंचायत कैसे कर गई रामपुर में काम…?

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

उत्तर प्रदेश के रामपुर (Rampur Bypoll Results) में हाल ही में हुए उपचुनाव में भाजपा (BJP) ने अपनी पहली जीत हासिल की। रामपुर में बीजेपी के आकाश सक्सेना (BJP Candidate Akash Saxena) ने समाजवादी पार्टी के आसिम रजा (SP Candidate Aasim Raza) को 34 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया। वहीं बीजेपी की इस जीत के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख़्तार अब्बास नकवी (Former Union Minister Mukhtar Abbas Naqvi) की खिचड़ी पंचायत भी चर्चा का विषय बन गई है और लोग मानते हैं कि उनका ये कार्यक्रम काम कर गया।

मुख्तार अब्बास नकवी की खिचड़ी पंचायत

बता दें कि रामपुर उपचुनाव में बीजेपी की ओर से चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दिग्गज भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी को दी गई थी। लेकिन उन्होंने उग्र भाषणों और मेगा रैलियों के बजाय ‘खिचड़ी पंचायतों’ को चुना। मुख़्तार अब्बास नकवी ने ऐसी सभाओं का आयोजन किया, जहां खिचड़ी परोसी जाएगी और वह प्रतिभागियों के साथ चर्चा करेंगे। लेकिन अब जीत के बाद ऐसा लगता है कि ‘नकवी की खिचड़ी पंचायत’ ने पार्टी को अच्छा स्वाद प्रदान किया है।

बता दें कि रामपुर में पहली खिचड़ी पंचायत 2,5000 मतदाताओं की संख्या वाले ककरहुआ गांव में आयोजित की गई थी। इस गांव में लगभग 50 फीसदी मतदाता मुस्लिम हैं। सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया था कि मुस्लिम और सिख सहित विभिन्न जातियों और समुदायों के स्थानीय नेताओं और नेताओं को पंचायत में आमंत्रित किया गया था।

दूसरी पंचायत नौगवां गांव में आयोजित की गई थी। भाजपा के एक नेता ने कहा था, “मुस्लिम मतदाताओं के एक साथ रहने और बहुजन समाज पार्टी की अनुपस्थिति में दलित वोटों के महत्व को देखते हुए हमारा ध्यान विशेष रूप से पंचायतों में मुस्लिम और दलित मतदाताओं पर केंद्रित होगा।” बता दें कि बसपा और कांग्रेस ने रामपुर उपचुनाव नहीं लड़ा। बता दें कि इस सीट से समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने 10 बार जीत हासिल की थी। आसिम रजा 34 हजार वोटों से चुनाव हारे हैं।

बता दें कि जून में हुए लोकसभा उपचुनाव में भी सपा ने आसिम रजा को टिकट दिया था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं उसके बाद आजम खान का करीबी होने का आसिम रजा को फायदा मिला और उन्हें फिर टिकट मिला, लेकिन वो चुनाव हार गए।

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Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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