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कानपुर

‘तब तक चाकू मारते रहना जब तक मर नहीं जाती’ ; ऐसी क्रूड़ हत्या की वारदात आपने नहीं सुनी होगी

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर । हाईप्रोफाइल और चर्चित ज्योति हत्याकांड में पति पीयूष श्यामदासानी समेत छह लोगों को गुरुवार को दोषी करार दिया गया। पत्नी के होते हुए किसी अन्य युवती से प्रेम प्रपंच में की गई नृशंस हत्या में एडीजे प्रथम की अदालत ने पति पीयूष की प्रेमिका मनीषा मखीजा को भी दोषी माना है। पीयूष की मां और भाइयों को सबूतों के अभाव में दोषमुक्त कर दिया गया। 

ज्योति की हत्या 27 जुलाई 2014 को हुई थी। पुलिस को पहले पति ने ज्योति के अपहरण और लूट के लिए हत्या की बात बताई थी। हालांकि पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला पलट गया। पति पीयूष को गिरफ्तर किया गया तो हाईप्रोफाइल केस खुल गया। पुलिस की पूछताछ में पति ने स्वीकार किया था कि ज्योति की हत्या के लिए चार लोगों को सुपारी दी थी। उनसे कहा था कि तब तक चाकू मारते रहना जब तक सांस न उखड़ जाए। 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में ज्योति के शरीर पर 17 बार चाकू से घाव की पुष्टि हुई थी। 4 पेट में, 4 गर्दन पर, 2 सिर के पिछले हिस्‍से, 4 पैर और 2 पीछे हिप में चाकू के घाव मिले थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पीयूष ने कितनी बेरहमी से पत्नी के मर्डर प्लान किया था।

एडीजे प्रथम की अदालत में मामले में आरोपित पीयूष, उसकी प्रेमिका मनीषा मखीजा, मां पूनम, भाई कमलेश, मुकेश, ड्राइवर अवधेश, अन्य आरोपी सोनू,रेनू, आशीष पेश हुए। पीयूष की मां और भाइयों को अपराध की जानकारी होने के बावजूद सूचना न देने का आरोप था। विशेष लोक अभियोजक दामोदर मिश्रा के मुताबिक भाइयों के खिलाफ साक्ष्य न होने से दोषमुक्त कर दिया गया। पीयूष व अन्य आरोपियों हत्या के आरोप में दोषी पाया गया। न्यायाधीश ने फैसला सुरक्षित कर लिया। माना जा रहा है कि कल फैसला आ सकता है।

कार में अंजाम दिया गया था क्रूर हत्याकांड

27 जुलाई, 2014 को कानपुर में हुए ज्‍योति हत्‍याकांड ने पूरे उत्तर प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। पुलिस के मुताबिक, इस क्रूर हत्याकांड को कार में अंजाम दिया गया था। इसका मास्टरमाइंड खुद उसका बिजनेसमैन पति पीयूष भी मौजूद था। पीयूष ने खुद कबूला था कि मर्डर करवाने के लिए 4 लोगों की मदद ली और उनसे कहा था कि तब तक चाकू मारते रहना, जब तक उसकी सांसें न उखड़ जाएं। 

क्या हुआ था उस रात?

-27 जुलाई की रात करीब 10 बजे पत्नी को लेकर पीयूष शहर के वरांडा रेस्टोरेंट डिनर के लिए गया। वहां से करीब 11.30 बजे दोनों कार से घर के लिए निकले। पीयूष ने पुलिस को बताया कि रास्ते में चार बदमाशों ने उनकी कार रोक ली और पीयूष को बाहर निकालकर ज्योति को साथ ले गए।

-रात करीब 2 बजे पुलिस को शहर के पनकी इलाके में कार में एक युवती की डेड बॉडी मिली। इसकी शिनाख्त पीयूष की पत्नी ज्योति श्यामदासानी के रूप में हुई।

-मामला हाई प्रोफाइल होने की वजह से मौके पर तत्कालीन आईजी आशुतोष पांडेय खुद पहुंचे थे। ज्योति की डेडबॉडी पर सारे गहने और कार में महंगा मोबाइल पड़ा मिलने से पुलिस को शक हुआ। इसके बाद ज्योति के घरवालों ने दामाद पर हत्या का आरोप लगाया। साथ ही पुलिस को पीयूष के किसी दूसरी महिला के साथ अफेयर होने का भी आरोप लगाया। इसके बाद पीयूष पुलिस की राडार में आ गया।

-जांच में मर्डर के पीछे अफेयर की बात सच निकली। पुलिस ने उस समय बताया था- पीयूष का ऑफिस में काम करने वाली एक महिला से अफेयर था। इसकी जानकारी पीयूष के मोबाइल की कॉल डिटेल से मिली थी। पीयूष ने एक नंबर पर वारदात के दिन छह घंटे में 150 एसएमएस किए थे।

-पूछताछ में पीयूष ने कबूला था- मैंने मर्डर प्लान किया था, क्योंकि मेरे अफेयर में वो रोड़ा बन गई थी। इसमें मैंने 4 लोगों की मदद ली थी।

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Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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