आर के मिश्रा की रिपोर्ट
गोण्डा। कोतवाली कर्नलगंज के एक गांव निवासी एक बालिका अपने परिजनों द्वारा पढ़ाई में बाधा उत्पन्न करने से क्षुब्ध होकर सरयू नदी में छलांग लगा दिया। यह दीगर बात थी कि आगामी कजरी तीज मेला के मद्देनजर व्यवस्थापक सहित अन्य लोगों की नजर उक्त किशोरी पर पड़ गयी जिससे उन लोंगो ने नदी में छलांग लगाने वाली किशोरी को बचा लिया।
सूचना पर पहुंची डायल 112 पुलिस के सहयोग से किशोरी को उसकी मां के हवाले कर दिया।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक घटना कर्नलगंज लखनऊ मार्ग पर कटरा घाट स्थित सरयू पुल से जुड़ी है। जहाँ शुक्रवार की शाम ग्राम भुलियापुर निवासी मुशीर की पत्नी आसमा के साथ उनकी 15 वर्षीय पुत्री कहकशां कर्नलगंज से अपने घर जा रही थी। मां बेटी सरयू पुल क्रॉस कर रही थी, उसी बीच कहकशां ने नदी में छलांग लगा दिया, जिसे देखकर लोग दंग रह गये। सरयू तट पर मौजूद कजरी तीज मेला व्यवस्थापक रानू पांडेय, लवकुश पंडा व त्रिभुवन उसे बचाने के लिये नाव के साथ मौके पर पहुंच गये। उनकी मेहनत रंग लाई और वह लोग किशोरी को बचाने में सफल हो गये।
इस बावत मेला की व्यवस्था कर रहे रानू पांडेय ने बताया कि घटना की सूचना डायल 112 पर दी गई। कुछ ही देर में डायल 112 के पुलिसकर्मी वीरेंद्र प्रताप यादव, महिला आरक्षी विनीता पाल, बंदना भार्गव व चालक विनोद पांडेय पहुंच गये। उसी बीच किशोरी की माँ आसमा भी मौके पर पहुंच गई।
आरक्षी विनीता पाल ने बताया कि किशोरी को सुरक्षित उसकी माँ आसमा के हवाले कर दिया गया है। उक्त किशोरी ने बताया कि वह पढ़ना चाहती है पर घर के लोग न पढ़ाने की चाह से उसका एडमिशन नही करवाये जिससे क्षुब्ध होकर किशोरी ने नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया।
मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी मुन्ना उपाध्याय व प्रभारी निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने उक्त किशोरी को समझाते हुए उसकी पढ़ाई करने में मदद करने का आश्वासन देकर उसकी माँ के साथ घर भेज दिया।
Author: samachar
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