संवाददाता- विवेक चौबे
गढ़वा : जिले के कांडी कोयल नदी के भीम बराज से निकली पश्चिमी नहर में अभी तक पानी नही छोड़ा गया है, जिसको लेकर उक्त नहर से प्रभावित किसानों के बीच काफी असंतोष ब्याप्त है।
मंगलवार को मोखापी, कोरगायीं, जयनगरा सहित अन्य गांव के किसानों ने सिंचाई विभाग की किसानों के प्रति उदासीन रवैया को लेकर गोलबंद होकर अल्टीमेटम दे डाला। सभी ने कहा कि अगर तीन दिनों के अंदर पश्चिमी नहर में पानी नही छोड़ा गया तो विवश होकर बिहार जाने वाली पूर्वी नहर से पानी को अवरुद्ध करने पर किसान बाध्य हो जाएंगे।
मोखापी गांव के किसान अशोक कुमार सिन्हा, शशि कुमार सिन्हा, अरुण राम, मुखदेव राम, गोरा राम, पप्पु सिन्हा, शिवनाथ राम, राम बचन चौधरी कोरगाई गांव के मंगल किशोर पाण्डेय, लव सिंह, पिंटू राम, बुचुन मेहता, शिव शंकर पाण्डेय, राजेन्द्र पाण्डेय जयनगरा गांव के किसान देवेन्द्र मेहता, रवि मेहता, दिलीप मेहता, संजय मेहता ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि खरीफ फसल के लिए महत्वपूर्ण महीना आषाढ़ समाप्त हो गया लेकिन सिंचाई विभाग ने एक महीना बाद भी भीम बराज से निकली पश्चिमी नहर में पानी नही छोड़ा गया है, जिस कारण किसान धान के बिचड़े की सिंचाई नही कर पा रहे हैं। बिचड़ा सूखने के कगार पर पहुंच चुका है। कुछ किसान तो पानी के अभाव में अभी तक धान का बीज खेतों में नही बो सके हैं।
पिछले वर्ष समय पर उक्त नहर में पानी छोड़ा गया था, लेकिन किन कारणों से इस वर्ष अभी तक नहर में पानी नही छोड़ा गया है समझ से परे है।
आषाढ़ समाप्त हो गया है, लेकिन यहां के किसान एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। किसानों ने नहर निर्माण पर भी प्रश्न खड़ा किये। सभी का कहना है कि उक्त नहर का निर्माण व नहर पक्कीकरण भी किया जा रहा है। सभी ने कहा कि नहर का निर्माण काफी नीचे किया गया है, लेकिन खेतों की ऊंचाई बहुत ऊंचा है। जिस कारण नहर का पानी सीधे रूप से खेतों तक नही पहुंच पाती। लाचार किसान बिजली मोटर व डीजल पम्प से नहर से पानी लिफ्ट कर अपनी खेतों तक पहुंचाते हैं।
नहर खुदाई कर नहर के दोनों किनारों पर छोड़ी गई मिट्टी को संवेदक ने उसी जगह पर छोड़ दिया गया है, जिस कारण खेतों तक पानी नही पहुंच पाती। नहर का पक्कीकरण कर रही कंपनी ने भी मिट्टी नही हटाकर उसी लेबल में पक्कीकरण कर रही है। चार किलोमीटर में नहर का पक्कीकरण का कार्य भी अधूरा है।
इस विषय मे सिंचाई विभाग के जेई अनिल कुमार पंडित ने बताया कि पश्चिमी नहर का मुख्य गेट खुला है। बराज में पानी का जलस्तर गेट से नीचे है, जिस कारण पश्चिमी नहर में पानी नही जा रहा है।
Author: samachar
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