राजा कुमार साह की रिपोर्ट
हाजीपुर : कहते हैं कि प्यार ना धर्म की सुनता है और ना समाज की। प्यार तो बस दिल की बात सुनता है और उसे ही समझता है। कुछ ऐसी ही तस्वीर पिछले दिनों हाजीपुर में देखने को मिली है। जहां धर्म की दीवार तोड़कर एक प्रेमी युगल जन्म-जन्म के लिए एक दूसरे के हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि उड़ीसा के राउरकेला की रहने वाली बिलकिस खातून और बिहार के समस्तीपुर के रहने वाले गणेश कुमार पिछले तीन साल से एक दूसरे को प्रेम करते थे, लेकिन इन दोनों के बीच धर्म की दीवार खड़ी थी। लिहाजा दोनों ने धर्म और समाज की परवाह किए बगैर भागकर शादी करने का फैसला कर लिया।
दोनों ने हाजीपुर में राष्ट्रीय बजरंग दल अध्यक्ष आर्यन सिंह से संपर्क किया और अपनी व्यथा सुनाई। इसके बाद आर्यन सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर सोनपुर के हरिहरनाथ मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की शादी करवा दी। अब दोनों हमेशा हमेशा के लिए एक दूजे के होने के बाद काफी खुश हैं।
कंप्यूटर क्लास के दौरान हुई थी लड़के से मुलाकात
शादी के बाद लड़की ने बताया कि कंप्यूटर क्लास करने के दौरान उसकी मुलाकात गणेश से हुई थी। दोनों एक दूसरे से कंप्यूटर की बारीकियां सीखते थे। लड़का और लड़की इसी बहाने एक दूसरे से मिलने लगे। कुछ ही दिनों में दोनों की मुलाकात प्रेम में बदल गई। इसके बाद परिवार और समाज की परवाह ना करते हुए दोनों ने भागकर शादी करने का फैसला कर लिया। हाजीपुर में हुए विवाह में ना तो लड़की की तरफ से कोई मौजूद था ना ही लड़के की तरफ से कोई शादी में शामिल होने आया। राष्ट्रीय बजरंग दल कार्यकर्ताओं के समक्ष दोनों भगवान को साक्षी मानकर विवाह के बंधन में बंध गए। इसके बाद प्रेमी जोड़े इस शादी से काफी खुश दिख रहे थे। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने वर-वधु को आशीर्वाद दिया और दोनों के सफल वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए उनके गंतव्य के लिए रवाना कर दिया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."