सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
बीजेपी के साथ सरकार बनाने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को पहली बार मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान उन्होंने लालू यादव, तेजस्वी यादव और राहुल गांधी को जमकर सुनाया और कहा कि ये लोग बेमतलब क्रेडिट लेते रहते हैं।
नए साथी के साथ सरकार बनाते ही नीतीश कुमार के सुर बदल गए हैं। कुछ दिन पहले जब जमीन के बदले नौकरी के मामले में लालू परिवार पर जांच एजेंसियों ने सिकंजा कसना शुरू किया था तब नीतीश कुमार इनका बचाव कर रहे थे और बीजेपी पर विपक्षी पार्टियों को तंग करने का आरोप लगा रहे थे। लेकिन आज जब उनसे पूछा गया तब उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियां अपना काम रही हैं। उन्होंने कहा, “पटना में कहा कि कहां क्या हो रहा है, ये तो आप लोग जानते हैं कि किसपर क्या आरोप है। जांच हो रही है और उसका जवाब क्या है। इसपर क्या हो सकता है, उसपर जो कुछ भी न्यूज आता है, वह देखते ही हैं। इसके अलावा मुझे कोई और जानकारी तो है नहीं। व्यक्तिगत तौर पर ना तो मैंने कभी कुछ भी पूछा और ना किसी ने कभी कुछ बताया।”
17 साल बनाम 17 महीने के कही ये बात
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और राजद की ओर से 17 साल बनाम 17 महीने के कही गई बात पर नीतीश भड़क गए और कहा कि ये एकदम फालतू बात है। लालू राज का याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि आप भूल गए हैं 2005 से पहले की हालत। पढ़ाई कैसी होती थी। इनके राज में तो क्या शाम के बाद कोई घर से बाहर निकलता था। क्या स्थिति थी। जो बच्चा है उसको क्या पता है। 2005 में हम आए तो सारा काम किए। गरीबों का जो इलाज होता था उसको पैसा देना शुरू किए।
नीतीश ने आगे कहा, “देश में 2006 में सबसे पहले हमने ही इलाज के लिए पैसा देना शुरू किया। याद नहीं है, इनसब का कोई काम था क्या। कहीं कोई रोड था क्या। हम केंद्र में मंत्री थे और अपने इलाके में आते तो पैदल ही चलते। अपने इलाके में 12-12 घंटे पैदल घूमना होता था। आज अब कहीं पैदल चलना होता है। हर जगह के घर तक रोड बना दिए। हम जानते हैं, कुछ लोगों को पब्लिसटी मिलती है, तो उन्हें करने दिए। हम केंद्र में भी रहे तो काम किए। पहले क्या भर्ती नहीं होती थी, जो ये कह रहा है कि इसने करवा दिया। इन लोगों ने कितना पढ़ाया।अरे ऊ तो बच्चा है, कुछ से कुछ बोलते रहता है तो बोलते रहे, हमको इससे क्या मतलब है।”
राहुल गांधी को भी घेरा
कांग्रेस के नेता राहुल गांधी के मंगलवार को जातीय गणना करवाने के लिए दबाव बनाने के बयान पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भड़कते हुए कहा कि यह सब फालतू की बात है।
पटना में बुधवार को जब पत्रकारों ने राहुल के बयान के संबंध में पूछा तो नीतीश ने भड़कते हुए कहा कि वो फालतू बात कर रहे हैं। यह बिल्कुल गलत बात है। वह झूठी क्रेडिट ले रहे हैं। जातिगत गणना हमने कराई। उन्होंने कहा कि हमने तो नौ पार्टियों को बैठाकर इस पर निर्णय लिया। इसके बाद इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री से भी मिलने गए। उसके बाद सभी पार्टियों को बुलाया और निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि जातीय गणना तो हमने कराई है। जब यह निर्णय लिया गया था, तब तो विपक्ष दूसरा था।
Author: samachar
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