प्रशांत झा की रिपोर्ट
पिछले कुछ समय में एक के बाद एक ऐसी घटनाएं सामने आई जब महिलाओं निशाना बनाया गया। उनके साथ दरिंदगी वो कहानी जोड़ दी गई जो ताउम्र उनका पीछा करती रहेगी। इस कड़ी अब एक और नई कहानी जुड़ गई है और इस बार महिला को निशाना बनाया गया है बिहार की राजधानी पटना में। पहले धमकी दी गई, फिर अपहरण किया गया, अपहरण के बाद महिला के शरीर से सारे कपड़े छीन लिए गए और फिर उसको इतना पीटा गया। ये दबंग इतने पर भी नहीं रुके इन दरिंदों ने महिला के शरीर पर पेशाब भी कर डाली।
पटना में दलित महिला के साथ दरिंदगी
पटना में समाज को शर्मसार करने वाली ये दरिंदगी एक दलित महिला के साथ हुई। 23 सितंबर की रात को एक दबंग के घर में महिला के साथ वो अत्याचार हुई जिसकी कल्पना से भी डर लगता है। पटना के खुसरुपुर इलाके का मामला है। यहां की एक दलित महिला ने प्रमोद सिंह नाम के एक शख्स से 1500 रुपये उधार लिए थे। थोड़े समय बाद महिला ने वो पैसे ब्याज समेत वापस कर दिए, लेकिन पैसे वापस मिलने के बाद भी प्रमोद सिंह और गुंडे महिला को परेशान करने लगे। ये महिला से ब्याज के तौर पर और पैसे मांगने लगे। जब महिला ने इनकार किया तो इन्होंने उसे सरेआम नंगा कर गांव में घुमाने की धमकी दी।
दबंग ने महिला को नंगा कर पीटा
महिला ने पुलिस में इस बात की शिकायत दर्ज की। पुलिस ने पूछताछ के लिए प्रमोद सिंह को थाने में बुलाया। बस ये बात इस दंबग नागवार गुजरी और ये बन गया महिला का दुश्मन। अपने कुछ गुंडों के साथ ये 23 सितंबर की रात को महिला के घर घुस गया और महिला का अपहरण कर अपने घर ले आया। इसके गुंडे और मिलकर महिला के साथ बदतमीजी करने लगे। घर में लाकर महिला के सारे कपड़े उतार दिए गए। महिला को नग्न कर उसे पीटा गया।
बेटे को महिला के चेहरे पर पेशाब करने के लिए कहा
इतना ही नहीं खबरों के मुताबिक प्रमोद सिंह ने अपने बेटे अंशु सिंह को महिला के चेहरे पर पेशाब करने के लिए भी कहा। वो बचाने के लिए चिल्लाती रही, लेकिन ये दलित महिला को टॉर्चर करते रहे। बेहद बुरी स्थिति में बच-बचाकर महिला अपने घर आई। परिवारवालों ने प्रमोद सिंह को उसके गुंडों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा दी है, लेकिन सवाल ये है कि उस दर्द का क्या जो महिला ने झेला। क्या इस खौफनाक घटना को वो कभी भूल पाएगी।
पहले भी सामने आ चुकी हैं कई ऐसी घटनाएं
पुलिस ने प्रमोद सिंह के खिलाफ केस तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अब तक प्रमोद सिंह, उसके बेटे और उसके गुंडों का कोई पता नहीं है। पुलिस छापेमारी कर रही है और उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। ये घटना कोई पहली नहीं है। मणिपुर में जो हुआ उसे पूरे देश ने देखा। कैसे दो महिलाओं को नग्न करके गांव में घुमाया गया। भारी भीड़ के बीच अत्याचार की वो कहानी लिखी गई जिसे कभी मिटा पाना संभव नहीं है। गाजियाबाद में भी एक लड़की के साथ ऐसी ही दरिंदगी हुई। कैमरे के सामने लड़की के सारे कपड़े उतार दिए गए। उसकी इज्जत को तार-तार किया गया। वो दया की भीख मांगती रही और आरोपी मजा लेते रहे। इस तरह की सारी घटनाएं बेहद खौफनाक है और समाज को शर्मसार करती हैं। आखिर क्यों ऐसे मामले बढ़ते ही जा रहे हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."