google.com, pub-2721071185451024, DIRECT, f08c47fec0942fa0
चित्रकूट

मौत के साये में पढ़ने को मजबूर बच्चे ; हाई वोल्टेज बिजली की तारें जाने के बाद भी दी गई मान्यता !!

IMG-20250425-WA1484(1)
IMG-20250425-WA0826
IMG-20250502-WA0000
Light Blue Modern Hospital Brochure_20250505_010416_0000
IMG_COM_202505222101103700

संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट- शिक्षा व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त बनाने के लिए जहां सरकार हर संभव प्रयास कर रही है व विद्यालयों का कायाकल्प करा रही है वहीं दूसरी ओर प्राइवेट विद्यालयों में संचालकों की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर यह विद्यालय संचालक अपनी मनमानी करते हुए नजर आते हैं l

ऐसा ही एक मामला सामने आया है चित्रकूट जिला मुख्यालय से सटे सी पी सिंह आवासीय विद्यालय का l

चित्रकूट जिला मुख्यालय से चंद कदम दूरी पर स्थित सी पी सिंह आवासीय विद्यालय में विद्यालय संचालक की मनमानी खूब देखने को मिल रही है जहां पर 33 केवी ए की हाई बोल्टेज तारें जाने के बावजूद विद्यालय को मान्यता दी गई जहां पर नन्हे मुन्ने नौनिहाल मौत के साए में शिक्षण कार्य कर रहे हैं l

विद्यालय संचालक की मनमानी इस कदर हावी है कि इस पर न तो जिला विद्यालय निरीक्षक कोई कार्यवाही कर रहे हैं और न ही जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कोई कार्यवाही कर रहे हैं जिसके कारण कभी भी कोई अनहोनी घटना घटित हो सकती है l

सवाल यह भी उठता है कि हजारों बच्चों को मौत के साए में शिक्षण कार्य करना पड़ता है लेकिन जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ़ अपनी जेबें भरने में जुटे हुए हैं जिनको किसी के जीवन व मौत से कोई मतलब नहीं है क्या यह ज़िम्मेदार अधिकारी किसी बड़ी घटना का इंतजार कर रहे हैं l

प्राइवेट विद्यालयों की मनमानी किसी से छिपी नहीं है विद्यालय संचालक अपनी मनमानी करते हुए नजर आ रहे हैं व मनमाने तरीके से फीस लेने का काम कर रहे हैं व सरकारी मानकों को दर किनार कर कार्य करने वाले इन विद्यालयों पर शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों की सह तक प्राप्त है जिसके कारण यह विद्यालय संचालक गरीब अभिभावकों को लूटने का काम कर रहे हैं l

85 पाठकों ने अब तक पढा
samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

[embedyt] https://www.youtube.com/embed?listType=playlist&list=UU7V4PbrEu9I94AdP4JOd2ug&layout=gallery[/embedyt]
Tags

samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की
Back to top button
Close
Close