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November 2, 2024 3:04 pm

शहीद जवान का आज पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

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सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट

देवरिया: दक्षिण कश्मीर के शोपियां में शनिवार को मुठभेड़ के दौरान आतंकी हमले में बलिदान सेना के जवान संतोष यादव के गांव टड़वा में दूसरे दिन भी मातम का माहौल है। बलिदानी की पत्नी धर्मशीला ने कहा कि मेरे पति को जो गोली लगी है, उसका बदला चाहिए। वहीं बलिदानी का पार्थिव शरीर रविवार को दोपहर में गोरखपुर पहुंच गया। सोमवार की सुबह करीब छह बजे बलिदानी का पार्थिव शरीर सेना के वाहन से पैतृक गांव टड़वा पहुंचने की उम्मीद है। बरहज के सरयू तट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। पिता शेषनाथ यादव सीएम योगी आदित्यनाथ को बुलाने की जिद पर अड़े हैं।

राष्ट्रीय रायफल्स के शहीद जवान संतोष यादव पुत्र शेषनाथ रुद्रपुर तहसील के टड़वा गांव के रहने वाले थे। उनके शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में शोक की लहर दौड़ गई। जवान के घर पर रिश्तेदारों और ग्रामीणों का तांता लगा हुआ है। संतोष के छोटे भाई मनोज भी सेना में हैं। उनकी तैनाती श्रीनगर में ही है। संतोष की पत्नी धर्मशीला, माता मैना देवी सदमे में हैं। जवान की 2 बेटियां जान्हवी (8) व पलक (6) हैं।

शहीद की पत्नी धर्मशीला ने कहा, जीविका के लिए सरकार उन्हें सरकारी नौकरी दे। पति के शहादत का आतंकियों से बदला लिया जाए। वहीं शहीद के पिता शेषनाथ यादव ने कहा हमें बदला चाहिए। सरकार आतंकियों का सफाया करे।

शोपियां में तड़के सुबह सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुए मुठभेड़ में देवरिया का लाल शहीद

लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी के छिपकर हमला करने से बलिदान हुए सेना के राष्ट्रीय रायफल्स के जवान संतोष यादव के गांव में दूसरे दिन भी मातम का माहौल है। कई घरों में चूल्हे नहीं जले। दरवाजे पर गांव के अलावा क्षेत्रीय लोगों का आना जाना बना रहा। दिन में युवाओं ने संतोष यादव अमर रहें, जबतक सूरज चांद रहेगा, संतोष तेरा नाम रहेगा आदि नारे लगाए। एसडीएम रुद्रपुर संजीव उपाध्याय व सीओ जिला जीत गांव पहुंचकर स्वजन को ढांढस बंधाया। वीरगति को प्राप्त सेना के जवान का पार्थिव शरीर दोपहर बाद करीब 2.30 बजे गोरखपुर लाया गया। जिसे देवरिया के लिए रवाना किया गया, लेकिन पिता शेषनाथ यादव ने रात में अंतिम संस्कार करने से इन्कार कर दिया। जिसके बाद पार्थिव शरीर को गोरखपुर के सुब्बा बाजार से लौटाया गया और सेना के अस्पताल में ले जाकर सुरक्षित रखा गया। बलिदानी के छोटे भाई व सेना में जवान मनोज यादव भी पार्थिव शरीर के साथ हैं।

पिता ने की मुख्यमंत्री को बुलाने की मांग

पिता शेषनाथ ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आएंगे तभी अंतिम संस्कार किया जाएगा। हम चाहते हैं कि सरकार बच्चों का ख्याल रखे। इसकी मांग हम करते हैं। साथ ही बहू को सरकारी नौकरी, पेट्रोल पंप या रसोई गैस की एजेंसी दिया जाए। बुढ़ापा में हम किसके सहारे रहेंगे। सरकार को विचार करना चाहिए।

जेसीबी से उबड़खाबड़ भूमि को कराया गया समतल

आशुतोष निरंजन, जिलाधिकारी, देवरिया ने बताया कि बलिदानी के पार्थिव शरीर के सुबह आने की जानकारी होने के बाद तहसील प्रशासन ने रास्ते को ठीक कराया। इसके साथ ही बलिदानी के घर के आसपास की भूमि को जेसीबी से समतल कराया गया। दरवाजे पर बिजली व्यवस्था की गई है। बिजली तारों को दुरुस्त किया गया। रात में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। ताकि कोई परेशानी न हो। बलिदानी का पार्थिव शरीर सोमवार की सुबह करीब छह बजे आएगा। राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रशासन की तरफ से सभी तैयारियां की जा रही हैं।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."