करौली
Trending

साड़ी पर लिखा था “आई लव यू” और इसी वजह से हो रहा है विवाद…. पढ़िए क्यों

IMG_COM_20240207_0941_45_1881
IMG_COM_20240401_0936_20_9021
IMG_COM_20240405_0410_12_2691
7290186772562388103

करुणा सिंह राणा की रिपोर्ट

करौली । आई लव यू लिखी एक साड़ी की डिजाइन को लेकर जमकर बवाल हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि एक बार के लिए बाजार बंद करने की नौबत आ गई। आई लव यू लिखी साड़ी बेचने वाले व्यापारियों को माफी मांगनी पड़ी, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। व्यापारियों ने वादा भी किया कि वो अब इस तरह की साड़ी नहीं बेचेंगे।

दरअसल, करौली के टोडाभीम उपखंड के कपड़ा बाजार में (I Love You) लिखी साड़ी (ओढ़नी) बिक्री के लिए आई थी। यह साड़ी करौली के कुछ घरों में पहुंची तो इस पर विवाद हो गया। साड़ी देख लोग भड़क गए। इसके विरोध में लोग बाजार में उतरे और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।

IMG_COM_20231210_2108_40_5351

IMG_COM_20231210_2108_40_5351

IMG-20240404-WA1559

IMG-20240404-WA1559

IMG_COM_20240417_1933_17_7521

IMG_COM_20240417_1933_17_7521

इस साड़ी को लेकर मीणा समाज के लोगों ने भी विरोध जताया। उनका कहना था कि व्यापारियों ने अपने मुनाफे के लिए स्थानीय संस्कृति को भी नजर अंदाज कर दिया है।

लोगों ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बड़े-बड़े कदम उठा रही है। वहीं कपड़ा मिल मालिकों ने कसीदाकारी कर आई लव यू लिखी साड़ी (ओढ़नी) बेचने के लिए बाजार में उतार दी और व्यापारियों ने बाजार में ओढ़नी बेचना भी शुरू कर दिया। यह आदिवासी संस्कृति के साथ छलावा है।

दुकानदारों द्वारा आई लव यू लिखी ओढ़नी बेचने का ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं ने विरोध किया। इसको लेकर मीणा समाज के सैकड़ों लोग टोडाभीम उपखंड मुख्यालय पहुंचे और कपड़ा मंडी में कपड़ा व्यापार मंडल के साथ बैठक की।

टोडाभीम व्यापार मंडल महामंत्री गोपाल लाल गुप्ता ने बताया कि कुछ लोगों ने एक विशेष डिजाइन वाली ओढ़नी का विरोध किया था। विरोध के बाद हुई बैठक में आपसी सहमति से बिक्री नहीं करने का निर्णय लिया है।

बैठक में व्यापारियों ने ग्रामीणों से कहा कि वे भी महिलाओं का सम्मान करते हैं। इस तरह का कोई भी कपड़ा बाजार में नहीं बेचा जाएगा। व्यापारियों ने यह भी कहा भी आगे इस तरह की कोई गलती नहीं होगी।

व्यापारियों ने इस पूरे विवाद को लेकर ग्रामीणों से माफी भी मांगी। बैठक में सभी व्यापारियों ने यह भी फैसला किया कि कोई भी दुकानदार भविष्य में विवाद बढ़ाने वाला कोई पहनावा बेचने के लिए नहीं मंगवाएगा।

samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

Tags

samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."
Back to top button
Close
Close