चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के आगरा से समाजवादी पार्टी की नेता और पूर्व मेयर उम्मीदवार जूही प्रकाश द्वारा सोशल मीडिया पर एक लाइव वीडियो जारी कर सुसाइड की धमकी देने का मामला सामने आया है। जूही ने अपने पति योगेंद्र प्रताप सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह लंबे समय से मानसिक और सामाजिक उत्पीड़न का सामना कर रही हैं। उनका कहना है कि उन्होंने पति के खिलाफ FIR दर्ज करवाई थी, लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की।
तीन महीने पहले दर्ज की गई थी FIR
जूही प्रकाश ने बताया कि तीन महीने पहले उन्होंने अपने पति योगेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ जानलेवा हमले का मामला दर्ज करवाया था। इसके बावजूद पुलिस की निष्क्रियता ने उन्हें न्याय के लिए मजबूर कर दिया है। जूही ने आरोप लगाया कि इस मामले की जांच कर रही सब-इंस्पेक्टर रेखा मामले को कमजोर करने की कोशिश कर रही हैं।
पति पर चरित्र हनन के आरोप
जूही प्रकाश ने अपने पति पर सोशल मीडिया के जरिए उनकी छवि खराब करने और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, योगेंद्र उन्हें अपमानजनक नामों से बुलाते हैं और सार्वजनिक रूप से उनकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचा रहे हैं। जूही ने कहा कि उनके पति और ससुराल वाले रसूखदार हैं, जिसके चलते पुलिस भी कार्रवाई करने में हिचकिचा रही है।
7 साल पुरानी लव स्टोरी का दुखद अंत
जूही और योगेंद्र की मुलाकात 7 साल पहले सोशल मीडिया के जरिए हुई थी। UPSC की तैयारी के दौरान शुरू हुई दोस्ती प्यार में बदली और दोनों ने शादी कर ली। जूही ने पति के नाम का टैटू भी बनवाया था। हालांकि, जूही के अनुसार, 2023 में आगरा मेयर चुनाव में उनकी हार के बाद ससुराल पक्ष ने उनके साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया।
तलाक और न्याय की लड़ाई
जूही ने अदालत में तलाक की अर्जी दाखिल कर दी है और अपने पति व ससुराल वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ससुराल पक्ष उनके परिवार को भी प्रताड़ित कर रहा है।
जूही का यह लाइव वीडियो सामने आने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो वह आत्महत्या कर लेंगी। उनके इस बयान ने प्रशासन और समाज में चिंता पैदा कर दी है।
प्रशासन पर सवाल
जूही प्रकाश के मामले ने पुलिस और प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में कार्रवाई न होने से यह स्पष्ट होता है कि रसूखदार परिवारों का प्रभाव न्याय व्यवस्था पर किस हद तक पड़ता है।
जूही के इस साहसिक कदम ने महिलाओं के साथ हो रहे सामाजिक और मानसिक उत्पीड़न पर एक नई बहस छेड़ दी है। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करते हैं।