इरफान अली लारी की रिपोर्ट
कानपुर में ओवरब्रिज के भ्रष्टाचार का मामला तूल पकड़ा ही है, कि इसी बीच गोरखपुर में 21 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री आवास के गेट के सामने गोरखनाथ मॉडल थाने में दरो-दीवार में भ्रष्टाचार के सीमेंट और बालू के सबूत मिलने लगे हैं।
घटिया निर्माण को लेकर एसपी सिटी ने पीडब्ल्यूडी के अधिकारी को पत्र लिखा है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी का कहना है कि थाना भवन के निर्माण संबंधी कुछ कमियां सामने आई हैं। इसकी मरम्मत के लिए पीडब्लूडी से पत्राचार किया गया है।
पिछले साल जुलाई में हुआ था लोकार्पण
थानों को आधुनिक तौर पर तैयार करने के लिए गोरखनाथ थाने को मॉडल के रूप में तैयार करने के लिए चुना गया। कार्यदायी संस्था पीडब्लूडी ने इसका निर्माण पूरा कर पुलिस को हैंडओवर किया तब तीन जुलाई 2023 को सीएम योगी आदित्यनाथ ने थाने का लोकार्पण किया।
सीएम का गृह थाना होने की वजह से पुलिस अफसर भी इस पर विशेष ध्यान देते हैं और साफ-सफाई से लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर नजर रहती है। लेकिन, अभी एक साल का सफर पूरा किए थाना भवन की दीवारों की कमजोरी सामने आने लगी है। थाने की ओर से अफसरों को भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि नवीन भवन की लिफ्ट खराब हो गया है।
दीवारों में जगह-जगह सीलन
दीवारों में जगह-जगह सीलन आ गया है। इतना ही नहीं छत पर लगाई गई दो-दो हजार लीटर की तीन टंकी में से दो फूट गई। इसकी वजह से 17 जुलाई को पानी की सप्लाई ही बंद हो गई थी। बाद में कार्यदायी संस्था ने तीसरी टंकी से पाइप जोड़कर सप्लाई तो शुरू कर दी, लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो सका है।
थानेदार की ओर से जुलाई में आई कमी को देखते हुए पीडब्लूडी से कई बार पत्राचार किया गया। लेकिन, इसका समाधान नहीं हो सका। अब थानेदार ने विभागीय अफसरों को पत्र भेजा है, जिसके बाद एसपी सिटी की ओर से पत्र भेजा गया है, ताकि पीडब्लूडी कमियों को दूर करे दें और थाने की दीवारें सुरक्षित हो जाए।
Author: samachar
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