सुरेंद्र मिन्हास की रिपोर्ट
हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में इन दिनों भारी बारिश का प्रकोप जारी है, जिससे व्यापक तबाही मची हुई है। लगातार हो रही बारिश ने कई पुलों को ढहा दिया है, पहाड़ों को दरकाया है, और कई हाईवे भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इसके कारण कई शहरों के रास्ते आपस में कट गए हैं।
बारिश की इस मार का असर रोजाना बढ़ता ही जा रहा है, जिससे बड़ी नदियां और छोटी-मोटी नदियां भी उफान पर हैं।
कुल्लू जिले में हाल ही में बादल फटने की घटना ने भारी नुकसान पहुंचाया है। मलाणा इलाके में हुई भारी बारिश के कारण पार्वती नदी इतनी उफान पर आ गई कि कई घर और गाड़ियां इसमें समा गईं।
एक वीडियो में तो देखा गया कि एक चार मंजिला इमारत महज 7 सेकंड में पार्वती नदी में बह गई। कुल्लू जिले में ब्यास और पार्वती नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मलाणा गांव में स्थित पॉवर प्रोजेक्ट का डैम भी ओवर फ्लो हो गया है।
रामपुर उपमंडल में भी स्थिति बहुत गंभीर है। निरमंड उपमंडल के बागीपुल में कुर्पन खड्ड में आई बाढ़ ने नौ मकानों को चपेट में ले लिया, जिसमें एक मकान में रह रहे पूरे परिवार का कुछ भी पता नहीं चल पाया।
शिमला जिले के रामपुर में भी भारी बारिश के कारण 36 लोग लापता हैं, जिनमें से 19 लोगों की अभी तक कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।
VIDEO | Himachal Pradesh weather: Water level rises in Beas River due to incessant rain in Manali.
(Source: Third party)
(Full video available on PTI Videos – https://t.co/dv5TRARJn4) pic.twitter.com/8hmfpRAr1q
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2024
प्रशासन ने इस गंभीर स्थिति को देखते हुए रात को ही मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
प्रशासन ने कुल्लू जिले के जिया और भुंतर जैसे नदी तट वाले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से अपील की है कि वे अपने घरों को खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं।
तीर्थन नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है, और सभी से अपील की गई है कि वे नदी-नालों से दूर रहें।
मौसम विभाग ने अगले 36 घंटों के लिए 10 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसमें बिलासपुर, चंबा, हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सिरमौर, सोलन, और ऊना शामिल हैं।
इन जिलों में भारी बारिश से भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएं हो सकती हैं, इसलिए स्थानीय लोगों और पर्यटकों को एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."