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November 22, 2024 4:05 pm

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सपा पीडीए की रक्षक नहीं भक्षक है’, अरुण राजभर ने नेता प्रतिपक्ष पद का जिक्र कर किया हमला

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जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद एनडीए में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी संगठन को मजबूत करने में जुट गई है, जिसके तहत पार्टी ने सदस्यता अभियान चलाया है. सदस्यता अभियान की समीक्षा करने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रवक्ता अरुण राजभर आजमगढ़ पहुंचे.

आजमगढ़ जिला मुख्यालय स्थित नेहरू हाल में मीडिया से बात करने हुए सुभासपा नेता ने समाजवादी पार्टी की तरफ से माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने पर पर कहा कि सपा ने पीडीए के साथ छल किया है. जब वोट लेना होता है तो पीडीए याद आता है, लेकिन जब हिस्सेदारी देने की बात होती है छल किया जाता है. इनका काम है पीडीए के महापुरुषों को माला पहनाओं और उनके विचारों पर ताला लगाओ.

सपा ने कांग्रेस की बैसाखी का सहारा लिया है?

अरुण राजभर ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को एहसास हो गया है कि अकेले दम पर सरकार बनने वाली नहीं है, इसलिए उन्होंने कांग्रेस की बैसाखी का सहारा लिया है और कांग्रेस ने मन बना लिया है कि बैसाखी बनकर समाजवादी पार्टी को समाप्त कर देना है. सपा सिर्फ सुभासपा का नाम लेकर जिंदा रहना चाहती है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सपा और कांग्रेस ने झूठ बोलकर चुनाव जीते. संविधान खतरे में है, आरक्षण खत्म कर दिया जाएगा, खटाखट साढ़े आठ हजार रुपए खाते में डाल जाएंगे इस तरह के झूठ के सहारे मतदाताओं को गुमराह किया गया.

जब पीडीए की बात होती है तो बाबा साहब के सम्मान की भी बात होनी चाहिए सपा के लोग कहते हैं कि जहां भी बाबा साहब की मूर्ति लगती है, वहां जमीन कब्जा कर लेते हैं. जिधर उंगली दिखाते हैं वहां कब्जा करने के लिए चले जाते हैं, जिन्होंने प्रमोशन में आरक्षण खत्म किया हो पिछड़े दलित और अल्पसंख्यकों को हिस्सेदारी देने के नाम पर सिर्फ वोट लेने का काम हो किया हो, जनता उनको समझ गई है. वह पीडीए के रक्षक नहीं हो सकते हैं पीडीए के भक्षक हैं. 

अरुण राजभर ने इस बात से इनकार किया कि प्रदेश सरकार में सीएम और डिप्टी सीएम के बीच कोई मनमुटाव नहीं है. कहा कि यह सिर्फ मीडिया की देन है.

अरुण राजभर ने कहा कि इस बात को स्वीकार किया कि उत्तर प्रदेश में कुछ ऐसे अधिकारी हैं, जो पुरानी विचारधारा के हैं, जो सपा बसपा और कांग्रेस की मानसिकता से ग्रसित हैं, लेकिन यूपी सरकार ने 7 साल के कार्यकाल में बहुत से अधिकारियों का मिजाज बदल दिया है. जो बचे हैं उनको भी बदल दिया जाएगा. आज हर एक अधिकारी फोन करने पर रिस्पांस दे रहा है. पीड़ितों के काम हो रहे हैं.

अरुण राजभर ने केशव प्रसाद मौर्य की बात से सहमति जताते हुए कहा कि सरकार से बड़ा संगठन होता है यह हर कोई मानता है. कहा कि अगर कार्यकर्ताओं में निराशा है तो हम लोग सामंजस्य बैठाकर संगठन और सरकार में तालमेल कराएंग. कहा की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी आगामी जिला पंचायत चुनाव अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी और 2027 में एनडीए के साथ मिलकर फिर सरकार बनाएंगे.।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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