आत्माराम त्रिपाठी के साथ संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा । पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार बांदा जनपद के नगर अतर्रा में संचालित हिन्दू इन्टर कालेज प्रांगण में बसपा प्रत्याशी मयंक द्विवेदी के समर्थन में प्रचार प्रसार हेतु सुप्रीमो बहन कु० मायावती की जनसभा का आयोजन किया गया।
बांदा संसदीय क्षेत्र से आये लाखों की संख्या में जनसैलाब को देखकर विपक्षियों में खलबली मची हुयी है! बसपा सुप्रीमो के आगमन पर जय भीम, बहन कु०मायावती जिन्दाबाद, बहुजन समाज पार्टी जिन्दाबाद, मयंक तुम संघर्ष करो हम तुम्हारे साथ हैं के गगनचुम्बी नारों से समूचा वातावरण गुंजायमान हो उठा।
बसपा सुप्रीमो ने विपक्षियों पर तंज कसते हुये कहा कि इनकी पक्षपात पूर्ण कार्यशैली के चलते कांग्रेस व भाजपा ने जांच एजेंसियों का बहुत बड़ा दुरूपयोग किया है।
बसपा सुप्रीमो ने सर्वप्रथम जनसभा में उपस्थित लोगों से पार्टी द्वारा बांदा संसदीय क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी मयंक द्विवेदी के समर्थन में प्रचार करते हुये विपक्षी दलों की पार्टियों के ऊपर जमकर निशाना साधा।
आपको बतादें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर बसपा की सरकार बनने पर बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाने का ऐलान किया। मायावती ने चुनावी जनसभा से ऐलान किया कि अगर हम लोग सत्ता पर आते हैं तो बुंदेलखंड को अलग राज्य बनायेंगे और यहां विकास की नई इबारत लिखेंगे।
बसपा सुप्रीमो ने विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए कहा कि सभी पार्टियों ने ई बांड के माध्यम से चंदा लेकर चुनाव लड़ा है. हमारी ऐसी पार्टी है जिसने किसी भी पूंजीपति और धन्ना सेठों से एक भी रुपया चंदा नहीं लिया। मेरे जन्मदिन दिवस पर आए थोड़ा-थोड़ा चंदा को एकत्रित कर पार्टी चलाई और चुनाव लड़ने का काम किया है।
उन्होंने बुंदेलखंड में ब्राह्मण वोटरों की संख्या को देखते हुए ब्राह्मण वोटों को साधते हुए नजर आई। मायावती ने कहा कि हमारी सरकार में ब्राम्हणों का कही भी उत्पीड़न नही हुआ है। और बुंदेलखंड में ब्राह्मण वोटो की संख्या अधिक है, इसलिए उन्होंने ब्राह्मण समाज के लोगो को टिकट दिया है।
बांदा/चित्रकूट/हमीरपुर/महोबा और झांसी लोकसभा सीट से बसपा ने ब्राह्मण समाज के प्रत्याशी चुनाव में उतारे है। अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में गरीब वंचित आदिवासियों के हक पर डाका डालने का काम समाजवादी पार्टी ने किया है। अखिलेश यादव के राज्य में गुंडों का आतंक रहा है तो अब की सरकार भी जातिवाद और संप्रदायवाद की राजनीति कर रही है। इसके साथ ही मायावती ने कहा कि देश आजादी के बाद चाहे कांग्रेस रही हो या फिर 10 सालों से भाजपा दोनों ने ही जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया है। और उनका प्रयोग विपक्ष को फंसाने में किया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा है कि इन लोगों ने अति पिछड़े आदिवासी और गरीबों के आरक्षण को खत्म किया है।
मायावती नें कहा की सपा और भाजपा दोनों ब्राहम्ण विरोधी हैं। जनता को मुफ्त का राशन मोदी जेब से नहीं, बल्कि जनता के टैक्स से ही दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों में आरक्षण का कोटा अभी तक नहीं भरा गया है।इसी तरह अखिलेश यादव भी दलित, अति पिछड़ों और आदिवासियों के खिलाफ हैं। मोदी सिर्फ पूंजीपतियों को ही मालामाल कर रहे हैं, गरीबों की उनको कोई फिक्र नहीं है। जनता को मुफ्त राशन देकर आरएसएस वाले नमक खाने का हवाला देते हुए लोगों पर भाजपा को ही वोट देने का दबाव बना रहे हैं। कांग्रेस की तरह भाजपा ने जांच एंजेसियों का राजनीतिकरण कर दिया है।
मायावती ने भाजपा और इंडिया गठबंधन के घोषणा पत्र को हवा-हवाई बताते हुए कहा कि हमारी बहुजन समाज पार्टी इसी वजह से घोषणा पत्र नहीं बनाती, पार्टी जो कहती है वह करती है। एक अकेले बसपा को छोड़ सभी दलों ने करोड़ों रुपये का चंदा पूंजीपतियों से वसूला है। युवाओं को नौकरी मिलेगी, मुस्लिमों का उत्पीड़न रुकेगा। ऐसा सुप्रीम कोर्ट की रिपोर्ट से स्पष्ट है। यदि बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनी, तो युवाओं को नौकरी मिलेगी और मुस्लिमों का उत्पीड़न तो रुकेगा ही साथ-साथ जिस तरह पार्टी ने प्रदेश का विकास किया था। उसी तर्ज पर देश को विकास की धारा से जोड़ा जाएगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."