ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
बदायूं। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में मंच पर संघमित्रा के आंसू निकलने को लेकर उनके पिता स्वामी प्रसाद मौर्य ने बयान दिया था कि वह इतनी कमजोर हैं कि उन्हें अपनी बेटी कहने में शर्म आती है।
इस सवाल के जवाब में सांसद डॉ. संघमित्रा मौर्य ने कहा कि किन परिस्थितियों में किस तरह के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा यह तो वही बता सकते हैं। राजनीति और परिवार दोनों अलग है, दोनों में संतुलन बनाकर चलने की कोशिश कर रही हूं।
‘शीर्ष नेतृत्व का आदेश होगा तो मैनपुरी से लड़ूंगी चुनाव’
मैनपुरी से चुनाव लड़ने की चर्चा से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा में महिलाओं का पूरा सम्मान है, इसलिए पिछले चुनाव में उन्हें पार्टी ने यहां चुनाव लड़ाकर संसद भेजा था। शीर्ष नेतृत्व का आदेश होगा तो मैनपुरी से चुनाव लड़ूंगी और वहां भी कमल खिलेगा। उन्होंने बात दोहराई कि भाजपा में वह हैं और इसी में बनी रहेंगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा के बाद शाम को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने पार्टी कार्यालय पर चुनाव संचालन समिति की बैठक की और फिर मीडिया से बातचीत की। बरेली के सांसद संतोष गंगवार को टिकट कटने और समर्थकों के आक्रोश व्यक्त करते ऑडियो वायरल होने के सवाल पर कहा कि संतोष पार्टी के संस्थापक सदस्य हैं। उनसे मिलने गया था। कुछ व्यक्तिगत विषयों को लेकर उनके मन में पीड़ा थी, हमने आपस में बातचीत करके समाधान कर लिया है।
बरेली में पूरी पार्टी एकजुट होकर प्रत्याशी के लिए काम करेगी। संतोष गंगवार चुनाव में प्रचार करेंगे। ऑडियो की मुझे जानकारी नहीं है। हां, कुछ लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया था, बातचीत के बाद सभी सहमत हैं।
मोदी की चुनावी सभा में सांसद वरुण गांधी के शामिल न होने के सवाल पर कहा कि संगठन में सभी के अलग-अलग दायित्व हैं। हर जगह सभी का रहना आवश्यक नहीं हैं। पार्टी ने सभी के लिए अलग-अलग काम दिया है, उनके लिए कोई और काम सोचा होगा। बदायूं में संघमित्रा का टिकट क्यों कटा, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि हर किसी का चुनाव लड़ना जरूरी नहीं है, पार्टी जहां जिसकी उपयोगिता समझती है वहां उपयोग करती है।
संघमित्रा भाजपा का हिस्सा हैं, उन्हें समायोजित कर सम्मानजनक स्थान दिया जाएगा। संघमित्रा मौर्य को मैनपुरी से चुनाव लड़ाने की चर्चा पर कहा कि इस बारे में कुछ नहीं कह सकते।
Author: samachar
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