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21 March 2025 3:18 am

गर्मियों में बिजली की मांग तोड़ेगी रिकॉर्ड, पावर कॉरपोरेशन ने किए खास इंतजाम

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इस गर्मी में बिजली की मांग 33,000 मेगावॉट तक पहुंच सकती है। पावर कॉरपोरेशन ने पनकी, जवाहपुर और ओबरा-सी पावर प्लांट से 1,980 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली आपूर्ति की योजना बनाई है। ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग रोकने के लिए भी खास इंतजाम किए गए हैं।

लखनऊ: इस साल गर्मियों में बिजली की मांग सभी रिकॉर्ड तोड़ सकती है। ऐसे में पावर कॉरपोरेशन ने अतिरिक्त बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं। खासतौर पर नए पावर प्लांट्स से बिजली उत्पादन शुरू करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है।

मई-जून में जब बिजली की मांग अपने चरम पर होगी, तब राज्य विद्युत उत्पादन निगम तीन नई यूनिटों से बिजली उत्पादन शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इससे कुल 1,980 मेगावॉट अतिरिक्त बिजली उपलब्ध होगी।

33,000 मेगावॉट तक जा सकती है मांग

गर्मी बढ़ते ही बिजली की डिमांड में जबरदस्त इजाफा देखने को मिलेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार राज्य में बिजली की मांग 33,000 मेगावॉट के पार पहुंच सकती है। इसे देखते हुए पावर कॉरपोरेशन अलग-अलग स्रोतों से बिजली खरीदने की योजना पर काम कर रहा है। इतना ही नहीं, बिजली आपूर्ति सुचारू रूप से जारी रखने के लिए 3,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि भी आवंटित की गई है।

मई-जून तक इन यूनिटों से होगा बिजली उत्पादन

गर्मी के दौरान बिजली संकट से बचने के लिए निम्नलिखित तीन नई यूनिटों से बिजली उत्पादन शुरू करने की योजना है:

✅ पनकी पावर प्लांट – 660 मेगावॉट

✅ जवाहपुर पावर प्लांट – 660 मेगावॉट

✅ ओबरा-सी पावर प्लांट – 660 मेगावॉट

इनमें से पनकी पावर प्लांट सबसे पहले संचालित होने के लिए तैयार है, इसके बाद जवाहपुर और ओबरा-सी पावर प्लांट भी उत्पादन शुरू कर देंगे। इसके अलावा, पिछले साल शुरू हुई जवाहपुर यूनिट भी इस गर्मी में फुल लोड पर काम करेगी।

ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग रोकना सबसे बड़ी चुनौती

हालांकि, बिजली आपूर्ति बढ़ाने के साथ-साथ ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग और ट्रिपिंग रोकना भी पावर कॉरपोरेशन के लिए बड़ी चुनौती होगी। इस समस्या से निपटने के लिए आरडीएसएस योजना के तहत 16,000 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए हैं।

इसके अलावा, बिजनेस प्लान के तहत भी कई सुधार किए गए हैं ताकि ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाई जा सके। साथ ही, इस बार ट्रांसफॉर्मर जल्दी न फुंकें, इसके लिए इंजीनियरों की जवाबदेही तय की गई है।

इस बार गर्मियों में बिजली संकट से बचने के लिए पावर कॉरपोरेशन ने कई ठोस कदम उठाए हैं। नए पावर प्लांट्स के संचालन, अतिरिक्त बिजली खरीद, और ट्रांसफॉर्मर अपग्रेडेशन जैसी योजनाएं बिजली आपूर्ति को स्थिर बनाए रखने में मदद करेंगी। हालांकि, बिजली की बढ़ती मांग और ट्रिपिंग की समस्या से निपटना अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी रहेगी।

➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

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