चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
कानपुर: जला देने वाली गर्मी के बीच जब बिजली कटौती से आम लोग परेशान हो रहे हैं, तो कानपुर में 2640 मेगावॉट की 4 थर्मल यूनिटों की ओर हर कोई देख रहा है।
घाटमपुर सुपर क्रिटिकल पावर प्लांट की पहली यूनिट महीनों की देरी के बाद अब जून के अंत में शुरू करने का दावा किया जा रहा है। वहीं पनकी में लग रही 660 मेगावॉट की इकलौती यूनिट का ग्रिड सिन्क्रोनाइजेशन टेस्ट अगले 10 दिनों में होने की उम्मीद है। उम्मीद है कि जुलाई से यहां भी बिजली बनने लगेगी।
घाटमपुर प्रॉजेक्ट 3 साल लेट
करीब 20 हजार करोड़ की लागत से बन रहे घाटमपुर पावर प्लांट में 660-660 मेगावॉट की 3 यूनिटें लगनी थीं। यूपी सरकार और नेवेली लिग्नाइट के जॉइंट वेंचर वाले प्रॉजेक्ट की पहली यूनिट जुलाई-2022 में चालू होनी थी, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ।
जुलाई-2016 में केंद्र सरकार से सारी मंजूरियां मिलने के बाद 64 महीने में तीनों यूनिट चालू करने का लक्ष्य था। नवंबर-2023 में कंपनी ने पहली यूनिट को ग्रिड से सिन्क्रोनाइज किया, लेकिन उत्पादन अब तक शुरू नहीं हो सका।
मार्च-25 में तीसरी यूनिट चलेगी
पहले कोविड फिर काम में ढीलेपन की वजह से केंद्र सरकार के मंत्री भी कंपनी से नाराजगी जता चुके हैं। कंपनी के सीईओ संतोष सीएस ने दावा किया कि दिसंबर-2023 में कुछ अप्रिय स्थितियां पैदा हुईं। बचे कामों (बीओपी) को करने वाले ठेकेदार ने खुद को दीवालिया घोषित कर दिया और नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल में चला गया। इससे दिक्कतें हुईं। एनयूपीपीएल ने कुछ कदम उठाए। अब काम तेजी से चल रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि जून के अंत में पहली यूनिट शुरू हो जएगा। बची दो यूनिटें क्रमश: नवंबर-2024 और मार्च-2025 में शुरू होंगी।
पनकी पावर हाउस की पुरानी यूनिटों को तोड़कर बनाई जा रही नई यूनिट भी कोविड के चलते तय समय पर पूरी नहीं हो सकी। सूत्रों के अनुसार, 660 मेगावॉट की इकलौती यूनिट का बचा हुआ काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। अगले 10 दिनों में यूनिट को ग्रिड से सिन्क्रोनाइज किया जाएगा। इसके बाद कोयला जलाया जाएगा। व्यावसायिक तौर पर उत्पादन का लक्ष्य सितंबर-2024 है, लेकिन जुलाई में बिजली बनने लगेगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."