चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग तेजी से बढ़ रही है, और इसे पूरा करने के लिए राज्य में अगले कुछ सालों में 10,000 मेगावाट से अधिक की क्षमता वाले पावर प्लांट शुरू किए जाएंगे। इससे प्रदेश की बिजली जरूरतों को बिना किसी रुकावट के पूरा किया जा सकेगा।
पावर कॉरपोरेशन के अधिकारियों के अनुसार, वर्तमान में राज्य में 5255 मेगावाट की क्षमता वाली 10 यूनिट्स लगाने का काम जारी है, जो जल्द ही चालू होंगी। इन यूनिट्स के अलावा, राज्य में कई अन्य पावर प्लांट भी बनाए जा रहे हैं।
विशेष रूप से ओबरा, अनपरा, और मेजा में 5120 मेगावाट क्षमता वाले पावर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। इन तीन स्थानों पर बड़े पावर प्लांट पर काम चल रहा है।
अनपरा-ई में 1600 मेगावाट का पावर प्लांट लगाया जा रहा है, जिसमें 800-800 मेगावाट की दो यूनिट्स शामिल हैं। अनपरा-ई परियोजना पर अनुमानित 18,624 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसी प्रकार, ओबरा-डी में भी 800-800 मेगावाट की दो यूनिट्स स्थापित की जा रही हैं, जो कई चरणों में पूरी होंगी।
इस परियोजना का निर्माण 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है, और दूसरी यूनिट से 2028 तक बिजली उत्पादन शुरू हो जाएगा।
पावर कॉरपोरेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भविष्य में सभी नए पावर प्लांट की क्षमता 800 मेगावाट रखी जाएगी।
इसके अलावा, नए पावर प्लांट कोयले की खदानों के पास बनाए जाएंगे ताकि बिजली उत्पादन की लागत कम हो सके।
वर्तमान में, उत्तर प्रदेश में बिजली की मांग 32,000 मेगावाट के करीब पहुंच गई है। पावर कॉरपोरेशन का अनुमान है कि भविष्य में यह मांग और बढ़ेगी।
इसी मांग को ध्यान में रखते हुए, नए पावर प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं ताकि भविष्य में बिजली की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
Author: samachar
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