संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट
गोरखपुर जिले के एक गांव में एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी है। यहां 70 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी विधवा बहू के साथ शादी रचाकर परिवार और समाज की परंपराओं को चुनौती दी है। यह मामला बड़हलगंज थाने के अंतर्गत छपिया उमराव गांव का है, जहां कैलाश यादव नामक व्यक्ति ने अपनी 28 वर्षीय बहू से मंदिर में विवाह कर लिया। उम्र में 42 साल के अंतर के बावजूद दोनों की आपसी सहमति से हुई इस शादी ने सभी को हैरान कर दिया है।
कौन हैं कैलाश यादव?
कैलाश यादव बड़हलगंज थाने में चौकीदार के रूप में काम करते हैं। उनकी पत्नी का 12 साल पहले निधन हो गया था। उनके चार बेटे हैं, जिनमें से तीसरे बेटे की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। इस घटना के बाद उनकी बहू विधवा हो गई थी।
कैसे आया यह निर्णय?
कैलाश यादव की विधवा बहू की दूसरी शादी की चर्चा गांव में चल रही थी। इस बीच, कैलाश यादव ने अपनी बहू के प्रति अपने प्रेम का इज़हार किया। दोनों ने परिवार और समाज की परवाह न करते हुए शादी करने का फैसला किया। इसके बाद वे एक मंदिर गए और पूरे विधि-विधान के साथ सात फेरे लिए।
क्या है लोगों की प्रतिक्रिया?
यह खबर पूरे इलाके में चर्चा का विषय बन गई है। लोग इस शादी को लेकर तरह-तरह की बातें कर रहे हैं। हालांकि, दोनों ने यह स्पष्ट किया है कि यह शादी उनकी आपसी सहमति से हुई है और इसे लेकर किसी ने कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई है।
सोशल मीडिया पर चर्चा
कैलाश यादव और उनकी बहू की शादी की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। हर कोई इस शादी के बारे में जानने के लिए उत्सुक है। जहां कुछ लोग इसे अनैतिक बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे उनकी निजी स्वतंत्रता का मामला मान रहे हैं।
समाज पर इसका प्रभाव
यह मामला समाज की परंपराओं और रीति-रिवाजों पर कई सवाल खड़े कर रहा है। ऐसी घटनाएं परिवार और समाज के बीच नए विवादों और चर्चाओं को जन्म देती हैं। हालांकि, कैलाश यादव और उनकी बहू के इस निर्णय ने यह भी दिखाया है कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और भावनाओं को कभी-कभी सामाजिक बंधनों से ऊपर रखा जाता है।
यह घटना सिर्फ एक गांव तक सीमित नहीं रही, बल्कि सोशल मीडिया और चर्चा के माध्यम से पूरे क्षेत्र में सुर्खियों में है।