कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
बरेली पुलिस ने एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की मदद से एक ऐसे अनोखे लुटेरे गैंग का पर्दाफाश किया है, जो अपनी लूट की वारदातों में पत्नियों का इस्तेमाल करता था। यह गिरोह बैंकों से निकलने वाले सीधे-सादे पेंशनभोगियों और सरकारी कर्मचारियों को अपना निशाना बनाता था।
लूट की अनोखी तरकीब
गिरोह के सदस्य अपने-अपने ऑटो रिक्शा में पत्नियों को अच्छे कपड़े पहनाकर और मेकअप कराकर सवारी के रूप में बैठा देते थे। जैसे ही बैंक से कोई व्यक्ति पेंशन या तनख्वाह निकालकर बाहर आता, ये लोग उसे अपने ऑटो में बैठने का आग्रह करते। पत्नियों के सजी-धजी अंदाज और मदद के स्वभाव से भोले-भाले लोग उनकी बातों में आ जाते।
ऑटो में बैठाने के बाद, यह लोग उन्हें बैंक से दूर सुनसान इलाके में ले जाकर ऑटो खराब होने का बहाना बनाते और फिर उनकी नकदी लूट लेते। पुलिस ने इस गैंग के दो पति-पत्नी जोड़ों समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 93 हजार रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है।
गिरोह के सदस्य और उनकी भूमिका
1. आदिल और शबा (पति-पत्नी)
2. असगर और नूरी (पति-पत्नी)
3. उस्मान अली (गिरोह का सलाहकार)
इस गैंग का संचालन नूरी और उसकी सहेली शबा करती थीं। गिरोह के सलाहकार उस्मान अली की जिम्मेदारी बैंकों में जाकर पेंशन और वेतन निकालने वाले लोगों की रेकी करना था।
वारदात का तरीका
गैंग के सदस्य महीने के पहले और दूसरे सप्ताह में बैंकों के पास रेकी करते थे। उस्मान अली बैंक में ऐसे लोगों की पहचान करता जो बड़ी राशि निकालते थे। इसके बाद आदिल और असगर अपनी पत्नियों के साथ दो अलग-अलग ऑटो में पहुंचते। पत्नियां सजी-धजी होकर सवारी बन जातीं। जैसे ही कोई व्यक्ति बाहर आता, उसे बहलाकर अपने ऑटो में बैठा लेते।
ऑटो को सुनसान इलाके में ले जाकर, खराब होने का बहाना बनाया जाता और फिर उस व्यक्ति को लूट लिया जाता।
गिरफ्तारी और खुलासा
पुलिस ने गिरोह के सभी पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने अपनी आठ लूट की घटनाओं को कबूल किया है। एसपी सिटी बरेली मानुष पारीक के अनुसार, गैंग के पास से 93 हजार रुपये से अधिक की नकदी बरामद की गई है। पुलिस को यह भी पता चला है कि गिरोह के अपने कोड वर्ड थे और महिलाएं ही लोगों का ध्यान भटकाने का काम करती थीं।
पुलिस की सराहना
थाना कोतवाली पुलिस और एसओजी की इस कार्रवाई की सराहना हो रही है। इस खुलासे से न केवल बैंक ग्राहकों को राहत मिली है, बल्कि पुलिस ने एक लंबे समय से चल रहे लूटपाट के सिलसिले पर भी लगाम लगा दी है।
पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से और भी जानकारी जुटा रही है ताकि इस गिरोह से जुड़ी अन्य वारदातों का भी खुलासा किया जा सके।