कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर स्थित पत्रकारपुरम इलाके में लैंड क्राफ्ट कंपनी के मालिक हुकुम सिंह पर गंभीर आरोप लगे हैं। पीलीभीत जिले के 8-10 बेरोजगार युवाओं ने आरोप लगाया है कि नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 8 लाख रुपये प्रति व्यक्ति वसूले गए। बदले में उन्हें फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और यूनिसेफ के नाम पर आईडी कार्ड जारी किए गए। पैसे देने के बाद भी नौकरी नहीं मिली और जब युवाओं ने अपने पैसे वापस मांगे, तो हुकुम सिंह ने उन्हें धमकाने का प्रयास किया।
पीड़ितों का बयान
पीड़ित युवाओं ने बताया कि जब उन्होंने हुकुम सिंह से संपर्क किया, तो उन्होंने पहले तो उन्हें डराने-धमकाने की कोशिश की और बाद में चुप रहने की सलाह दी। इसके बावजूद जब युवाओं ने मामले को आगे बढ़ाने की धमकी दी, तो उन्होंने अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया। पीड़ितों के पास फोन पर हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग मौजूद है, जिसमें हुकुम सिंह की धमकियों और गालियों को साफ सुना जा सकता है।
युवाओं के मुताबिक, हुकुम सिंह ने उनसे नगद और बैंक अकाउंट के माध्यम से लगभग 20 लाख रुपये लिए। उन्होंने सभी सबूत, बैंक डिटेल और ज्वॉइनिंग लेटर पत्रकारों को दिखाए, जो इस ठगी के पुख्ता प्रमाण हैं।
पत्रकारों को मिली धमकी
इस घटनाक्रम के संबंध में एक रिपोर्ट 5 दिसंबर 2024 को “समाचार दर्पण 24” पर प्रकाशित हुई। इसके अगले ही दिन, 6 दिसंबर 2024 को हुकुम सिंह ने एक पत्रकार को फोन कर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी। हुकुम सिंह ने कहा, “तुम्हारे द्वारा प्रकाशित की गई खबर झूठी है और इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।”
पत्रकार ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले भी हुकुम सिंह से सच्चाई जानने का प्रयास किया था और सबूतों के आधार पर सवाल पूछे थे। लेकिन हुकुम सिंह ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
संदेहास्पद भूमिका और मास्टरमाइंड की तलाश
ठगी के इस मामले में यह भी सामने आया है कि बरेली निवासी ब्रजेश नामक व्यक्ति ने फोन पे के माध्यम से पैसे भेजे थे। इस बात से हुकुम सिंह ने यह तर्क दिया कि पैसे उनसे संबंधित नहीं हैं। हालांकि, ठगी का मास्टरमाइंड कौन है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। हुकुम सिंह का इस मामले में क्या रोल है, यह जांच का विषय है।
अधिकारियों से कार्रवाई की मांग
पीड़ित युवाओं ने इस पूरे मामले की गंभीरता को समझते हुए सभी सबूतों के साथ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि ठगी की राशि चाहे एक लाख हो या 20 लाख, न्याय मिलना जरूरी है।
यह मामला बेरोजगार युवाओं के साथ हुई ठगी का है, जिसमें लैंड क्राफ्ट कंपनी और उसके मालिक हुकुम सिंह पर गंभीर आरोप हैं। वहीं, पत्रकारों को धमकी देकर सच्चाई को दबाने की कोशिश भी की गई है। यह विषय बेहद संवेदनशील है और निष्पक्ष जांच की मांग करता है।