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21 March 2025 7:01 am

पत्नी के मायके से न आने पर नाराज पिता ने की 7 वर्षीय बेटी की हत्या, फिर खुद ही दर्ज कराया अपहरण का मामला

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आजमगढ़ पुलिस ने किया सनसनीखेज हत्या का खुलासा, मुख्य आरोपी समेत तीन गिरफ्तार

जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़। आजमगढ़ के कंधरापुर थाना क्षेत्र के ग्राम गयासपुर में हुई 7 वर्षीय मासूम बच्ची की हत्या की गुत्थी सुलझ गई है। पुलिस जांच में यह खुलासा हुआ कि बच्ची के पिता विजय प्रताप निषाद ने ही अपनी बेटी की गला घोंटकर हत्या कर दी थी। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी विजय प्रताप निषाद समेत उसके दो सहयोगियों जनई यादव और सेवक निषाद को गिरफ्तार कर लिया है। हत्या में प्रयुक्त गमछा भी बरामद किया गया है।

घटना का खुलासा: पिता ने ही रची थी साजिश

पुलिस को 13 मार्च की सुबह करीब 8 बजे सूचना मिली कि ग्राम गयासपुर के एक सरसों के खेत में एक बच्ची का शव पड़ा है। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव की पहचान प्रीती निषाद (7 वर्ष), पुत्री विजय निषाद निवासी गयासपुर के रूप में की। इसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की गहन जांच शुरू कर दी।

जांच के दौरान चौंकाने वाला सच सामने आया। लड़की के पिता विजय निषाद ने ही अपनी बेटी की हत्या की थी। पुलिस ने विजय के साथ उसके दो साथियों जनई यादव और सेवक निषाद को भी गिरफ्तार किया, जिन्होंने हत्या में उसकी मदद की थी।

हत्या की वजह: पत्नी के मायके से न लौटने पर रची खौफनाक साजिश

पुलिस पूछताछ में विजय प्रताप निषाद ने हत्या की वजह का खुलासा किया। उसने बताया कि उसकी पत्नी उसे छोड़कर मायके चली गई थी और अपने एक बच्चे को भी साथ ले गई थी। विजय ने उसे कई बार फोन कर वापस आने को कहा, लेकिन वह नहीं आई।

गुस्से में आकर विजय ने अपनी बेटी प्रीती को भी खत्म करने की ठान ली। उसने योजना बनाकर 11 मार्च को बच्ची को दुकान से सुर्ती लाने भेजा और जब वह लौट रही थी, तब उसे सरसों के खेत में ले जाकर गला दबाकर और गमछे से मुंह बंद कर उसकी हत्या कर दी।

हत्या की साजिश में विजय के बहनोई सेवक निषाद और उसके दोस्त जनई यादव ने भी मदद की। दोनों दूर पुलिया के पास खड़े होकर आने-जाने वालों पर नजर रख रहे थे ताकि कोई हत्या होते न देख सके।

हत्या के बाद दर्ज कराया फर्जी अपहरण का मामला

हत्या के बाद विजय ने पुलिस को गुमराह करने के लिए अपनी ही बेटी के अपहरण की झूठी रिपोर्ट दर्ज करवाई। उसने थाने जाकर कहा कि प्रीती 11 मार्च को दोपहर 3:30 बजे घर से सामान लेने गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी।

हालांकि, पुलिस जांच में सच सामने आ गया और गहन पूछताछ में विजय ने अपना अपराध कबूल कर लिया।

तीनों आरोपी गिरफ्तार, भेजे गए जेल

पुलिस ने इस सनसनीखेज हत्याकांड में मुख्य आरोपी विजय प्रताप निषाद को ग्राम गयासपुर स्थित सरसों के खेत से गिरफ्तार किया। वहीं, जनई यादव और सेवक निषाद को सेहदा अंडरपास के नीचे से पकड़ा गया। तीनों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया।

पुलिस की सख्त कार्रवाई

आजमगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हेमराज मीना ने इस हत्याकांड का जल्द खुलासा करने के लिए कंधरापुर थाना प्रभारी और उनकी टीम को निर्देश दिए थे। पुलिस की तेजी से की गई कार्रवाई की वजह से 24 घंटे के भीतर ही तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

बरामद सामान:

हत्या में प्रयुक्त गमछा

यह घटना समाज को झकझोर देने वाली है। एक पिता ने अपनी ही मासूम बेटी की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी। पुलिस की मुस्तैदी से इस मामले का जल्दी खुलासा हो गया, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक बड़ा सबक है कि गुस्से और निराशा में उठाए गए गलत कदम भयावह परिणाम ला सकते हैं।

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