अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में होली और जुमे को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस विवाद की शुरुआत मुंबई में औरंगजेब को लेकर दिए गए बयान से जोड़ी और कहा कि संभल सीओ अनुज चौधरी के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया।
सीओ अनुज चौधरी के बयान पर सफाई
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि संभल के सीओ अनुज चौधरी ने बस इतना ही कहा था कि “जिसको रंग से दिक्कत है, वो रास्ता बदल दे या वहां न आए।” इसे गलत तरीके से प्रचारित किया गया। उनका मानना है कि इस बयान को बेवजह विवाद का रूप दिया गया, जबकि इसकी कोई गलत मंशा नहीं थी।
औरंगजेब के महिमामंडन से विवाद की शुरुआत
उन्होंने यह भी कहा कि इस समय जो कड़वाहट पैदा हुई है, उसकी असली वजह मुंबई में औरंगजेब को लेकर दिया गया बयान है। इसके बाद कई नेताओं ने बयानबाजी की, लेकिन सिर्फ अनुज चौधरी के बयान को गंभीरता से लिया गया और उसका गलत अर्थ निकाला गया।
हिंदू देवी-देवताओं पर बयानबाजी पर उठाए सवाल
पूर्व सांसद ने यह भी कहा कि हिंदू धर्म के देवी-देवताओं पर सबसे ज्यादा आपत्तिजनक टिप्पणियां की जाती हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि अगर कोई व्यक्ति किसी भी धर्म के खिलाफ भड़काऊ बयान देता है, तो उसे सरकारी सुरक्षा नहीं दी जानी चाहिए।
शांति बनाए रखने की अपील
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि प्रशासन सतर्क है और सभी समुदायों के लोगों के साथ बैठकें कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से व्यवस्था बनाने में जुटी हुई है और हर कोई चाहता है कि त्योहार शांति से संपन्न हो।
बृजभूषण शरण सिंह का मानना है कि विवाद की जड़ मुंबई में औरंगजेब पर दिया गया बयान है, जबकि संभल सीओ अनुज चौधरी के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने सरकार से मांग की कि धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को सरकारी सुरक्षा न दी जाए। साथ ही, उन्होंने प्रशासन और समाज से होली व जुमे के मौके पर सौहार्द बनाए रखने की अपील की।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की