सोनू करवरिया की रिपोर्ट
बांदा, नरैनी कस्बे में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां अपनी बड़ी बहन के पास रहकर पढ़ाई कर रही 18 वर्षीय किशोरी ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद से इलाके में शोक का माहौल है और लोग इस घटना के पीछे के कारणों को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
घटना का विवरण
कस्बे के देबिन नगर मोहल्ले में रहने वाली रिंकी, जो अपनी बहन प्रियंका और उनके पति कौशल किशोर कबीरबेदी के साथ रहकर पढ़ाई कर रही थी, ने गुरुवार को दोपहर में घर पर अकेले होने का फायदा उठाकर जहरीला पदार्थ खा लिया। इससे उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, और वह आंगन में तड़पने लगी।
जब कुछ पड़ोसी महिलाएं किसी काम से उनके घर पहुंचीं, तो उन्होंने रिंकी को गंभीर हालत में देखा। उन्होंने तुरंत प्रियंका और अन्य स्वजनों को इसकी सूचना दी। स्वजन आनन-फानन में रिंकी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार और पुलिस की प्रतिक्रिया
रिंकी की बड़ी बहन प्रियंका ने बताया कि उनकी बहन कुछ दिनों से उदास थी। जब उससे इसका कारण पूछा गया, तो उसने केवल तबीयत खराब होने की बात कही। प्रियंका ने यह भी बताया कि रिंकी ने घर पर रखा सल्फास खाया था।
पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा भेज दिया है। कोतवाली प्रभारी राममोहन राय ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों का पता चल सकेगा।
प्रेम प्रसंग की संभावना
घटना के बाद से कस्बे में चर्चा है कि यह मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हो सकता है। हालांकि, प्रियंका या परिवार के किसी अन्य सदस्य ने इस तरह की किसी बात की पुष्टि नहीं की है।
रिंकी की पढ़ाई और पारिवारिक पृष्ठभूमि
रिंकी नरैनी के दीनदयाल इंटर कॉलेज में कक्षा 11वीं की छात्रा थी। वह पढ़ाई में अच्छी थी और रोज़ स्कूल जाती थी। परिवार में तीन बहनें और दो भाई हैं। पिता रामहित गोरे मऊ कला, थाना कालिंजर के निवासी हैं।
घटना ने छोड़े कई सवाल
यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि पूरे कस्बे के लिए एक गहरा सदमा है। रिंकी की आत्महत्या के पीछे की असल वजह क्या थी, यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है। पुलिस की जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही स्थिति साफ हो पाएगी।