कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
राजधानी लखनऊ में 6 थानों की फोर्स 3 घंटे का ऑपरेशन चलाकर एक अपहृत लड़की को बरामद करने में बड़ी सफलता हासिल की है। करीब 100 किलोमीटर सर्च ऑपरेशन चलाने के बाद लड़की को चलती ट्रेन रुकवाकर उतारा गया।
दूसरे समुदाय के लोग पीड़िता को गलत इरादे से मुंबई ले जा रहे थे। इस मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, रहीमाबाद की रहने वाली पीड़िता (22 साल) को आमिर नाम के युवक ने अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था। आरोपी उन्नाव जिले का रहने वाला है। घटना के दिन आमिर ने मोबाइल फोन से कॉल करके पीड़िता को घर से बाहर बुलाया। जैसे ही वह पहुंची, तभी युवक के दोस्त आमिर और जीशान ने उसे गाड़ी में बैठा लिया गया और कहा कि लखनऊ चल रहे हैं।
अपहरण के बाद रेप
इसके बाद जीशान के घर पर पीड़िता को रात भर रखा गया और उसके साथ रेप किया। अगले दिन सभी मिलकर पीड़िता को लखनऊ के ऐशबाग स्टेशन पर ले जाने लगे और बोले कि मुंबई चलकर रहेंगे और वहीं पर आगे की जिंदगी जिएंगे।
आमिर के पिता समेत 4 लोग शामिल
इसके बाद पीड़िता भरोसा करके आमिर के साथ ऐशबाग स्टेशन पर आ गई। लेकिन उसी दौरान लड़की ने पाया कि आमिर का पिता जाबिर, भाई नादिर और उसके चाचा का लड़का बहाव वहां आ गए और स्टेशन के बाहर ले जाकर गाड़ी उसको में बैठा लिया। जिसके बाद गाड़ी में इधर-उधर घुमाने लगे और फिर पीड़िता ने मौका देख पुलिस को सूचना दी।
मुंबई ले जा रहे थे
इस दौरान सभी आरोपियों ने पीड़िता को अवध असम एक्सप्रेस ट्रेन में बैठा लिया और मुंबई ले जाने लगे। जबरदस्ती के दौरान पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान पुलिस ने चारों तरफ से ट्रेन को घेर लिया और स्टेशन पर गाड़ी रुकवाकर पीड़िता को ट्रेन से उतर लिया। साथ सभी आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया।
इनका कहना
एडीसीपी पश्चिम जोन चिरंजीवी नाथ सिन्हा के मुताबिक, लखनऊ पुलिस को शनिवार रात 11:00 बजे 112 पर एक सूचना मिली। जिसमें एक लड़की ने अपनी जान को खतरा होने बताया और उस को अगवा कर ले जाने की बात कही। जिसके बाद फोन तुरंत डिस्कनेक्ट हो गया। लखनऊ पुलिस ने तुरंत लोकेशन को ट्रेस किया तो यह काकोरी की तरफ मिली। जहां रेहमानखेड़ा जंगल की तरफ पुलिस फोर्स को भेजा गया।
इस दौरान बदमाशों को लगा कि वो चारों तरफ से घिर गए तो उसको स्टेशन ले जाकर भागने की फिराक में थे। आरोपी तब तक ऐशबाग स्टेशन पहुंच चुके थे और अवध असम ट्रेन में बैठ निगलने की फिराक में थे। इनपुट मिलते ही पुलिस ने जीआरपी पुलिस से संपर्क किया और ट्रेन को अगले स्टेशन हरौनी पर रुकवा लिया और जिसके बाद पुलिस फोर्स ने सघन चेकिंग की।
तलाशी के दौरान एक बोगी में बंधक बनकर बैठी पीड़िता ने पुलिस देख मदद मांगी। इसके बाद पुलिस ने अपहृत को बरामद कर लिया और चार आरोपियों आमिर, जाबिर नादिर और बहाव को पकड़ लिया। सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 365, 366, 368 और 376 के तहत कार्रवाई की गई है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."