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November 22, 2024 5:29 pm

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रोजगार की गारंटी सिर्फ योजनाओं में, हकीकत आपको हैरत में डाल देगी

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

गोंडा। देवीपाटन मंडल गोंडा महात्मा गांधी गारंटी रोजगार अधिनियम के अंतर्गत गांव में इच्छुक व्यक्तियों को रोजगार हेतु ग्राम पंचायतों से काम दिया जाना प्रस्तावित है।

यह सर्व विदित हो चुका है कि मनरेगा में किस तरह से काम हो रहा है ? किस तरह से धांधली हो रही है यह बताने की जरूरत नहीं है, फिर भी अधिनियम के अनुसार कोई व्यक्ति 18 से 60 वर्ष के अंदर जॉब कार्ड बनवा सकता है और नियमानुसार ग्राम पंचायत से काम भी मांग सकता है। यदि ग्राम पंचायत काम नहीं देती है तो अधिनियम के अनुसार उस मजदूर को बेरोजगारी भत्ता भी मिल सकता है। लेकिन यह जानकारी के अभाव में संभव नहीं है।

इतना ही नहीं मनरेगा में मजदूरों को काम मिले इसके लिए महिला स्वयं सहायता समूह के माध्यम से पढ़ी लिखी महिलाओं को समूह के प्रस्ताव पर मनरेगा मेट की नियुक्ति की गई जो लगभग सभी गांव पंचायतों में तैनात है। उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया।

बीते 2 वर्ष में 95% महिला मेट को एक भी दिन काम नहीं मिला। वजह यह बनी कि शासन ने एक आदेश जारी कर दिया कि 20 मजदूर पर 1 मनरेगा मेट की ड्यूटी लगेगी। ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों, पंचायत कर्मियों, रोजगार सेवक की मिलीभगत से मस्टररोल 20 मजदूर से हमेशा कम ही लगा जिससे मनरेगा मेट को काम नहीं मिल पाया।

शासनादेश की माने 2 ग्राम विकास आयुक्त द्वारा जारी आदेश है कि बिना मनरेगा मेट के कार्यस्थल का निर्धारण नहीं हो सकता है। जहां मजदूर काम करेंगे वही यह भी आदेश है कि मजदूर का मस्टरोल पर मनरेगा मेट ही हस्ताक्षर करेंगे। यह सब होने के बाद भी आखिर मनरेगा मेट जो कि पढ़ी-लिखी महिला हैं ना तो काम पा रही है ना ही अपना पारिश्रमिक।

इस विषय पर देवीपाटन मंडल के आयुक्त महोदय से लेकर खंड विकास अधिकारियों तक कई बार ट्रेड यूनियन नेताओं ने पत्राचार किया।

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आगामी 1 मई 2023 को देवीपाटन मंडल के ट्रेड यूनियन नेताओं ने यह तय किया है कि पूरे देवीपाटन मंडल के मजदूर प्रतिनिधियों को आमंत्रित कर एक कार्यशाला का आयोजन जनपद गोंडा स्थित ट्रेड यूनियन कार्यालय महाराजगंज में किया जा रहा है जिसमें पूरे मंडल में मनरेगा मजदूरों की वर्तमान स्थिति पर चिंतन शिविर मनरेगा मजदूरों के बजट में कटौती मनरेगा मजदूरों की मजदूरी बहुत कम होना मनरेगा मेट को काम पर समाहित ना करना मनरेगा अधिनियम का घोर उल्लंघन करना इन सब विषयों को लेकर ट्रेड यूनियन आयोजन समिति देवीपाटन मंडल गोंडा द्वारा एक नारा दिया जाएगा “चलो गांव की ओर”  जिसमें गांव पंचायत स्थल पर इच्छुक व्यक्तियों को जाब कार्ड बनवाने पर जोर काम दिलाने की प्रक्रिया पर चर्चा ज्यादा से ज्यादा आवेदन काम के लिए देकर महिला मनरेगा मेट को उनका अधिकार दिलाए जाने के लिए लंबा संघर्ष करने का निर्णय लिया गया है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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