दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश विधानसभा की कार्रवाई के दौरान 25 फरवरी को सदन में सीएम योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव के बीच तीखी बहस हो गई। प्रयागराज में हुए हत्याकांड को लेकर सीएम योगी बयान दे रहे थे और समाजवादी पार्टी पर अपराधियों का बढ़ावा देने का आरोप लगा रहे थे। इसी दौरान अखिलेश यादव ने चिन्मयानंद का जिक्र कर सवाल पूछा तो सीएम योगी भड़क गये।
सदन में भड़के सीएम योगी
सदन में बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज की घटना बेहद दुःखद है। जो भी दोषी है, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। पेशेवर अपराधी और ये माफिया किसके द्वारा पाले पोसे गए हैं और क्यों नेता विरोधी दल को क्यों इतनी परेशान हो रही है, ये हम सभी जानते हैं। दिनकर की कविता पढ़ते हुए सीएम योगी ने कहा कि चोरों के जो हैं हित ठगों के बल है, जिनके प्रताप से पलते पाप सकल हैं।
सपा पर बोला हमला
अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए सीएम योगी ने कहा कि अब चोरी और सीनाजोरी नहीं चलेगी। आपके कारनामों की वजह से ही जनता ने आपको ठुकरा दिया था। अपराधियों को महिमामंडित कर ये लोग गौरवान्वित होते थे लेकिन आज देश-दुनिया जानती है कि इस सरकार में अपराधियों पर कार्रवाई हो रही है। इसी बीच सीएम योगी ने कहा कि बयान दिया जाता था कि “लड़के हैं गलती कर देते हैं”। इस पर अखिलेश यादव भड़क गए और चिन्मयानंद का जिक्र कर सवाल पूछ लिया।
अखिलेश यादव की टिप्पणी पर गुस्से से लाल हुए सीएम योगी
सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि आश्चर्य होता है कि ये लोग सुरक्षा की बात करते हैं। इसी बीच अखिलेश यादव ने कहा कि चिन्मयानन्द किसके गुरु हैं? जवाब में सीएम योगी ने भड़कते हुए कहा कि शर्म तो तुम्हें आनी चाहिए, अपने बाप का सम्मान नहीं कर पाए। हमने नाम तो नहीं लिया किसी का, लेकिन जो बयान दिए हैं उस पर चर्चा क्यों नहीं होनी चाहिए।
वहीं प्रयागराज की घटना पर बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि माफियाओं को मिट्टी में मिला दूंगा। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद अखिलेश यादव भड़क गए। सपा के विधायकों द्वारा जमकर हंगामा किया गया और सपा विधायक वेल में पहुंच गए। हालांकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा टोके जाने के बाद विधायक बैठे। इसके बाद सीएम योगी ने कहा कि पूरा प्रदेश जानता है कि अतीक अहमद को सांसद किसने बनाया! जिस माफिया ने प्रयागराज की घटना को अंजाम दिया है वो समाजवादी पार्टी के समर्थन से ही बार-बार एमपी और एमएलए बना है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."