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23 February 2025 10:07 pm

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ये कातिल हसीना जो कपड़ों की तरह बदलती रही पति, खौफनाक कहानी के पीछे की बेबसी पढ़िए

48 पाठकों ने अब तक पढा

दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

आज हम एक ऐसी कातिल हसीना की कहानी बताने जा रहे है जिसकी दहशत से अच्छे अच्छे डकैत कांप उठते थे। इतना ही नहीं वो कपड़ों की तरह पति बदलती थी। उसने बचपन से ही डाकुओं को करीब से देखा था। जब वो जवान हुई तो पकड़ की डकैतों की राह… परिवार ने कई कोशिशें की लेकिन वो उस दलदल से बाहर नहीं आ पाई।

कहानी हैं चंबल की डकैत साधना पटेल की जिसका एक समय था जब साधना का चंबल के बीहड़ों में राज हुआ करता था। साधना का जन्म चित्रकूट जिले के भड़हापुरवा गांव में में हुआ था। उसके पिता होरीलाल पटेल डकैत तो नहीं थे, लेकिन कई डकैतों से उनकी काफी गहरी दोस्ती थी। साधना की बुआ के चुन्नीलाल नाम के एक डकैत से संबंध थे। जिसे वह बचपन से देखती आ रही थी। पिता के डकैतों से संबंध के चलते घर में डकैतों का आना जाना लगा रहता था।

20 साल की उम्र में 2 पतियों को छोड़ा

साधना तेज होने के साथ साथ काफी खूबसूरत भी थी। जिसके चलते उसे अपनी खूबसूरती का घमंड था। पिता की मौत के बाद उसकी मां ने उसकी 17 साल की उम्र में शादी करवा दी थी, लेकिन छह महीने के अंदर ही उसने अपने पति को छोड़ दिया और घर वापस आ गई। उसी दौरान साधना एक लड़के को दिल दे बैठी। उसके बाद उसने उससे शादी भी की, लेकिन ये शादी भी एक साल तक ही टीक पाई और उसने दूसरा पति भी छोड़ दिया।

चंबल के डाकू पर आया दिल

दूसरा पति छोड़ने के बाद साधना का दिल चंबल के एक डाकू नवल धोबी पर आ गया। दोनों के मोहब्बत के किस्से गांव में फैलने लगे। साधना नवल धोबी के साथ महबूबा बनकर रहने लगी। बताया जाता है कि साधना इतनी खूबसूरती थी की उसकी सुरक्षा में कई डाकू तैनात रहते थें। समय बीतता गया, एक दिन पुलिस एनकाउंटर में डाकू नवल धोबी गिरफ्तार हो गया। इसके बाद साधना ने खुद गैंग की कमान संभाल ली। साधना की गैंग में एक दीपक नाम का डाकू था। अबकी बार साधना का दीपक शिवहरे पर दिल आ गया। इसके बाद चंबल में दोनों के प्यार चर्चे होने लगें।

साधना पटेल हुई गिरफ्तार

साल 2018 की बात है। उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश बॉर्डर पर साधना का सिक्का चलता था। साधना ने मध्यप्रदेश के एक गांव में एक किडनैपिंग को अंजाम दिया जिसके बाद पुलिस ने उसके नाम पर इनाम घोषित किया। पुलिस की तमाम कोशिशों के बाद भी साधना चुंगल में नहीं फंस सकी, लेकिन नवंबर 2019 में कडियन के जंगल से आखिरकार साधना को गिरफ्तार कर लिया गया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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